भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) के राजनीतिक भविष्य को लेकर लगातार चर्चा हो रही है. बीजेपी छोड़कर कांग्रेस (Congress) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) जॉइन करने की अटकलें लगाई जा रही है, लेकिन इस बीच वरुण गांधी ने मोदी सरकार (Modi Govt) में मंत्री पद नहीं मिलने को लेकर बड़ा खुलासा कर दिया है. बता दें कि वरुण गांधी लगातार तीन बार से सांसद हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके पास कोई मंत्री पद नहीं है.
दो बार मिला था मंत्री बनने का ऑफर: वरुण गांधी
अब वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने खुलासा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के दोनों कार्यकाल के दौरान उन्हें मंत्री बनने का ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया. वरुण गांधी ने इस बात का खुलासा किया. उन्होंने कहा, 'मैंने दोनों बार मंत्री पद ठुकराया है, लेकिन इस बारे में ज्यादातर लोगों को जानकारी नहीं है.'
मंत्री पद ठुकराने पर क्या कोई हुआ था वरुण से नाराज?
जब वरुण गांधी (Varun Gandhi) से यह पूछा गया कि क्या मंत्री पद ठुकराने की वजह से किसी को बुरा लगा था या कोई नाराज हुआ था? इस पर वरुण ने कहा, 'अगर आप किसी बात को सम्मानपूर्वक कहते हैं और उनका सम्मान बनाए रखते हैं तो वह बात किसी को बुरी नहीं लगती है. हालांकि, इसके साथ ही आपकी बात में कोई तर्क होना चाहिए.'
मंत्री बनने के बाद वरुण गांधी किस काम पर करते फोकस?
शिक्षा मंत्री बनाए जाने पर वरुण गांधी (Varun Gandhi) कौन सा काम करते. इस पर वरुण ने कहा, 'शिक्षा मंत्री बनते तो सबसे पहले पाठ्यक्रम में बदलाव करते और टीचर्स की संख्या को बढ़ाते. इसके साथ ही लोगों को कुशल बनाने पर पैसा खर्च करते. उन्होंने कहा कि दक्षिण कोरिया में 94 प्रतिशत लोग कुशल हैं, जबकि भारत में यह संख्या सिर्फ 4 प्रतिशत ही है. इसके साथ ही वरुण गांधी ने आगे कहा कि वो देश में दक्षिण कोरिया और जर्मनी की तरह वोकेशनल एजुकेशन में वृद्धि करते और सरकारी नौकरी बढ़ाने की कोशिश करते, क्योंकि मौजूदा समय 79 प्रतिशत संविदा की नौकरियां हैं.