कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो वक्तव्य दिया उसमें सच्चाई नहीं थी और वह उद्योगपति गौतम अडानी का बचाव कर रहे हैं. उन्होंने संसद भवन परिसर में कहा, भाषण में सच्चाई नहीं है. अगर (अडानी) मित्र नहीं हैं तो यह कह देते कि जांच होगी.
राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने कहा, शेल कंपनियां और बेनामी संपत्तियां राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय हैं. भारत के बुनियादी ढांचे से जुड़ा विषय हैं. ये बहुत बड़ा घपला है. इस बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा. उन्होंने आरोप लगाया, प्रधानमंत्री उनका (अडानी) बचाव कर रहे हैं. मैं समझता हूं. इसका कारण है.
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कहा कि दुनिया में कोरोना महामारी सहित अनेक संकटपूर्ण हालात के बीच देश को जिस तरह से संभाला गया, उससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है एवं पूरे विश्व में भारत को लेकर सकारात्मकता, आशा और भरोसा है. उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए विपक्षी कांग्रेस पर भी निशाना साधा.
पीएम मोदी ने क्या कहा था?
इससे पहले उन्होंने कहा कि 2004 से 2014 तक का समय आजादी के इतिहास में सबसे अधिक घोटालों का दशक रहा है और संप्रग सरकार के इन दस साल के कार्यकाल में कश्मीर से कन्याकुमारी तक हर कोने में भारत के लोग असुरक्षित महसूस करते थे. पीएम मोदी ने 2जी, सीडब्ल्यूजी और अन्य घोटालों का जिक्र करते हुए कहा कि इन दस साल में वैश्विक मंचों पर भारत की साख इतनी कमजोर हो गई थी कि दुनिया उसकी बात सुनने को तैयार नहीं थी.
उन्होंने कहा कि दुनिया में सौ साल बाद कोरोना जैसी महामारी आई, विश्व बंटा हुआ है, ऐसी स्थिति में भी राजग सरकार के कार्यकाल में देश को जिस तरह से संभाला गया, उससे पूरा देश आत्मविश्वास से भर रहा है एवं पूरे विश्व में भारत को लेकर सकारात्मकता, आशा और भरोसा है. प्रधानमंत्री ने कहा कि संप्रग सरकार के दस साल का कार्यकाल जहां ‘लॉस्ट डिकेड’ था, वहीं 2030 तक का दशक ‘इंडियाज डिकेड’ होगा.
उन्होंने कहा कि आज जब कई देशों में भीषण महंगाई, बेरोजगारी, खाने-पीने का संकट है और अपने पड़ोस में भी ऐसे हालात हैं, ऐसी स्थिति में कौन हिंदुस्तानी इस बात पर गर्व नहीं करेगा कि ऐसे समय में भी देश दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था है. उन्होंने कहा कि आज राष्ट्र के रूप में गौरव पूर्ण अवसर हमारे सामने हैं. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति के पूरे अभिभाषण में जो बातें कही गई हैं वे 140 करोड़ देशवासियों के लिए उत्सव का अवसर हैं.