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Saturday, 27 July 2024

Political News

गद्दार कहने पर सचिन ने गहलोत को दिया ये करारा जवाब

25 November 2022 09:23 AM Mega Daily News
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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने सचिन पायलट को ‘गद्दार’ (Gaddar) करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2020 में पार्टी के खिलाफ बगावत की थी और उनकी सरकार गिराने की कोशिश की थी इसलिए उन्हें मुख्यमंत्री (CM) नहीं बनाया जा सकता है. इस तीखे हमले के बाद एक बार फिर से राजस्थान कांग्रेस की आपसी तकरार चरम पर दिख रही है.

गहलोत और पायलट के बीच जारी जुबानी जंग एक बार फिर पार्टी की अंतरकलह को सरेआम उजागर कर रही है. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी में आंतरिक कलह और बढ़ती नजर आ रही है जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा भी कुछ दिन में राजस्थान में आने वाली है.

गद्दार कभी सीएम नहीं हो सकता: गहलोत

गहलोत ने यह आरोप भी लगाया कि जब पायलट के नेतृत्व में कांग्रेस के कुछ विधायक गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में एक महीने से अधिक समय तक रहे थे. राजस्थान के CM ने दावा किया कि उनके पास इस बात का सबूत है कि पायलट समेत प्रत्येक विधायक को 10-10 करोड़ रुपये दिये गये थे. उन्होंने कहा कि पार्टी आलाकमान को यदि लगता है तो 102 विधायकों में से पायलट को छोड़कर किसी को भी उनकी जगह मुख्यमंत्री बना सकता है.

गहलोत ने कहा, ‘विधायक कभी उसे स्वीकार नहीं करेंगे जिसने बगावत की हो और जिसे गद्दार कहा गया हो. वो भला मुख्यमंत्री कैसे बन सकता है? विधायक ऐसे आदमी को मुख्यमंत्री कैसे स्वीकार करेंगे. मेरे पास सबूत है कि कांग्रेस सरकार गिराने के लिए गुरुग्राम के रिसॉर्ट में ठहरे विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये दिये गये थे.’

उन्होंने कहा कि ऐसा उदाहरण कहीं देखने को नहीं मिलेगा जहां प्रदेश में पार्टी का अध्यक्ष वहां की सरकार को गिराने की कोशिश कर रहा हो और जिसे प्रदेश अध्यक्ष तथा उप मुख्यमंत्री दोनों पद गंवाने पड़े हों.

पायलट का पलटवार

गहलोत के तीखे हमले पर पलटवार करते हुए पूर्व डिप्टी CM पायलट ने कहा कि गहलोत जैसे कद वाले किसी नेता के लिए इस तरह की भाषा का इस्तेमाल करना शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि इस तरह कीचड़ उछालने से कुछ हासिल नहीं होगा और कांग्रेस में सभी की जिम्मेदारी राजस्थान में फिर से पार्टी की सरकार लाने के लिए संगठन को मजबूत करने की है. 

पायलट ने कहा, ‘नाम लेकर कीचड़ उछालने और आरोप लगाने से कुछ हासिल नहीं होगा.’ उन्होंने कहा कि यह बीजेपी को हराने के लिए उसके खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का तथा राहुल गांधी के हाथ मजबूत करने का समय है.

मध्य प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा में बृहस्पतिवार को राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा के साथ पैदल चलने वाले पायलट ने कहा कि वह कभी इस तरह की भाषा का उपयोग नहीं करते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को गुजरात में विधानसभा चुनाव पर ध्यान देना चाहिए जहां वह पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं.

गहलोत अनुभवी नेता: जयराम रमेश

इस बयानबाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस ने कहा कि पायलट के साथ गहलोत के मतभेद को इस तरह सुलझाया जाएगा कि पार्टी मजबूत हो. कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने कहा, ‘अशोक गहलोत वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं. उन्होंने अपने कनिष्ठ सहयोगी सचिन पायलट के साथ जो मतभेद जाहिर किये हैं, उन्हें इस तरह से सुलझाया जाएगा कि कांग्रेस पार्टी मजबूत हो. इस समय हर कांग्रेस कार्यकर्ता की जिम्मेदारी पहले ही व्यापक रूप से सफल भारत जोड़ो यात्रा को उत्तर भारत के राज्यों में और अधिक प्रभावशाली बनाने की है.’

बीजेपी ने साधा निशाना

राजस्थान बीजेपी के अध्यक्ष सतीश पूनिया ने इन आरोपों का खंडन किया कि 2020 में कांग्रेस विधायकों को दल बदल के लिए पैसे देने में बीजेपी शामिल थी. इन बयानों के बाद प्रतिपक्ष के उपनेता राजेन्द्र राठौड़ ने इसे गहलोत की तरफ़ से 'कांग्रेस तोड़ो यात्रा' की शुरूआत बताया है. राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस की अंतर्कलह फिर से जगजाहिर हो गई है. राठौड़ ने कहा कि अब तय है कि 4 साल से चल रही मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई का अंत सरकार की विदाई के साथ ही खत्म होगा. 

ये बयान ऐसे समय में भी आये हैं जब गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने चरम पर है और गहलोत राज्य में पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक हैं.

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