कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए प्रचार तेज हो गया है. पार्टी के दो दिग्गज नेता शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे मैदान में हैं. दोनों की ओर से चुनाव को लेकर बयानबाजी जारी है. लोकसभा सांसद शशि थरूर ने रविवार को जहां यह कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे नेता पार्टी में बदलाव नहीं ला सकते हैं. वहीं खड़गे ने कहा मैं किसी के विरोध में नहीं उतरा हूं. मैं सिर्फ कांग्रेस में मजबूती लाने के लिए और पार्टी के विचारों को मजबूती देने के लिए उतरा हूं
नागपुर में थरूर ने कहा, ‘हम दुश्मन नहीं हैं, यह युद्ध नहीं है. यह हमारी पार्टी के भविष्य का चुनाव है. खड़गे जी कांग्रेस पार्टी के टॉप 3 नेताओं में आते हैं. उनके जैसे नेता बदलाव नहीं ला सकते और मौजूदा व्यवस्था को जारी रखेंगे. पार्टी कार्यकर्ताओं की उम्मीद के मुताबिक बदलाव मैं लाऊंगा.’
इससे पहले महात्मा गांधी के 153वीं जयंती के अवसर पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने वर्धा में सेवाग्राम कुटिया का दौरा किया. थरूर ने वर्धा में महात्मा गांधी द्वारा स्थापित आश्रम में 'बापू कुटी' में अंबर चरखा भी चलाया..
‘पार्टी में बदलाव नहीं होगा तो आगे कैसे बढ़ेंगे’
थरूर ने कहा, ‘पिछले कुछ सालों से कार्यकर्ताओं से मैंने सुना कि हमारी पार्टी में बदलाव नहीं होगा तो हम आगे कैसे बढ़ेंगे? इसलिए मैं आगे आया. 2014 और 2019 में हमारी पार्टी को केवल 19% वोट मिलें. अगर हम इस वोट को नहीं बढ़ाएंगे तो 2024 में अधिक वोट कैसे आएंगे.’
उन्होंने कहा, ‘मैं मानता हूं कि कांग्रेस हाईकमान ने जो तय किया कि हम चुनाव करवाकर ही पार्टी के भविष्य को तय करेंगे, यह बहुत अच्छा निर्णय है.’
थरूर को कांग्रेस ने दिया ये जवाब
वहीं पार्टी अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनने के बाद पहली बार संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए 80 वर्षीय खड़गे ने वह किसी के विरोध में नहीं, बल्कि पार्टी को मजबूत बनाने और उसकी विचारधारा को आगे ले जाने के लिए मैदान में उतरे हैं.
खड़गे ने थरूर का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मैं किसी के विरोध में नहीं उतरा हूं. मैं सिर्फ कांग्रेस में मजबूती लाने के लिए और पार्टी के विचारों को मजबूती देने के लिए उतरा हूं. चाहे, महात्मा गांधी के विचार हों, पंडित जवाहरलाल नेहरू के विचार हों या बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के विचार हों, मैं इन विचारों को आगे ले जाने के लिए चुनाव लड़ रहा हूं.’’
थरूर और खड़गे में मुकाबला
गौरतलब है कि झारखंड के पूर्व मंत्री के. एन. त्रिपाठी का नामांकन पत्र शनिवार को खारिज होने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के अध्यक्ष पद के चुनाव में अब मुकाबला खड़गे और थरूर के बीच होगा.
कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए चुनाव में नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है. जरूरत पड़ने पर चुनाव 17 अक्टूबर को कराया जाएगा. मतगणना 19 अक्टूबर को होगी और नतीजे उसी दिन घोषित किए जाएंगे.