झारखंड के जिन तीन विधायकों (Jharkhand Congress MLAs) के पास से भारी मात्रा में कैश मिला था, कांग्रेस ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है. साथ ही इस मामले में हावड़ा की जिला अदालत ने झारखंड के तीनों विधायकों को 10 दिन के लिए पुलिस रिमांड पर भेजने का निर्देश दिया है. कांग्रेस ने झारखंड के अपने तीन विधायकों, इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल को सस्पेंड कर दिया है. इन तीनों विधायकों को कल पश्चिम बंगाल में उनके वाहन में भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद हिरासत में लिया गया था. वही बंगाल पुलिस ने कैश बरामदगी मामले में इन तीन विधायकों और दो अन्य को गिरफ्तार भी कर लिया है.
कांग्रेस ने शनिवार को तीन विधायकों के पकड़े जाने के बाद बीजेपी पर झारखंड में उसकी गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीनों विधायकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
विधायक अनूप सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ अरगोड़ा थाने में सरकार को अस्थिर करने को लेकर केस दर्ज कराया है. जेपीसीसी अध्यक्ष ने पुष्टि करते हुए कहा है कि झारखंड सरकार को अस्थिर करने के मामले में रांची में एफआईआर दर्ज कराई गई है.
झारखंड कांग्रेस के महासचिव एवं प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि, ''आने वाले दिनों में कोई भी जनप्रतिनिधि, पार्टी का जिम्मेदार पदाधिकारी या कोई भी कार्यकर्ता हो, हर किसी की जानकारी हमारे पास है. जो कोई भी इससे जुड़ा हुआ या लिप्त पाया जाता है, पार्टी उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी.''
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने शनिवार को ट्विटर पर लिखा था, ‘‘झारखंड में भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस' आज रात हावड़ा में बेनकाब हो गया. दिल्ली में ‘हम दो' का ‘गेम प्लान' झारखंड में भी वही करना है जो उन्होंने महाराष्ट्र में ई-डी जोड़ी लगाकर किया था.''
झारखंड के कांग्रेस के तीन विधायकों के वाहन से शनिवार को रात में पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में भारी मात्रा में नकदी बरामद की गई थी. पुलिस ने एक खुफिया सूचना के आधार पर जिस वाहन में विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्चाप और नमन बिक्सल कोंगरी सवार थे, उसे पांचला पुलिस थाना क्षेत्र के रानीहाती में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोका था.
हावड़ा की एसपी स्वाति भांगलिया के मुताबिक, उन्हें सटीक सूचना मिली थी कि काले रंग की एक कार में भारी मात्रा में पैसा ले जाया जा रहा है. इस पर वाहनों की तलाशी शुरू कर दी और एक कार को रोका, जिसमें तीन विधायक सवार थे. कार से बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई. उन्होंने कहा, नकदी गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई. विधायकों से धन के स्रोत और इसे कहां ले जाया जा रहा था, इसके बारे में पूछताछ की जा रही है.
पुलिस के अनुसार एसयूवी में विधायकों के अलावा दो अन्य लोग भी बैठे हुए थे. इस कार के एक बोर्ड पर कांग्रेस के चुनाव चिह्न के साथ ही ‘‘विधायक जामताड़ा झारखंड'' लिखा हुआ था. अंसारी जामताड़ा, जबकि कच्चाप रांची जिले के खिजरी और कोंगारी सिमडेगा कोलेबिरा से विधायक हैं.
कांग्रेस की झारखंड इकाई ने दावा किया कि भारी मात्रा में यह नकदी हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की बीजेपी की साजिश का हिस्सा है. कांग्रेस राज्य में लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ सोरेन सरकार का हिस्सा है.
झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु टिर्की ने कहा था कि, ऐसा लगता है कि यह बीजेपी की साजिश है. हेमंत सोरेन सरकार के सत्ता में आने के बाद से ही बीजेपी उसे अस्थिर करने का प्रयास कर रही है. अगर हम देखें कि महाराष्ट्र और कुछ अन्य राज्यों में क्या हुआ तो यह साफ हो जाएगा कि बीजेपी सरकारों को सत्ता से बाहर करने के लिए धन का प्रयोग करती है.
टिर्की ने कहा कि, ‘‘मैं पार्टी आलाकमान से इन तीन विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का अनुरोध करता हूं, ताकि पार्टी के अन्य सदस्यों को कड़ा संदेश दिया जा सके.'' गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी पाए जाने के बाद हाल ही में टिर्की को विधायक पद से अयोग्य करार दिया गया था.
बीजेपी की झारखंड इकाई के अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि कांग्रेस विधायकों को बताना चाहिए कि उन्हें इतनी बड़ी मात्रा में नकदी कहां से मिली. कांग्रेस के बयान का समर्थन करते हुए पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने दावा किया कि विधायकों की खरीद-फरोख्त तथा झामुमो के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार को संभावित रूप से सत्ता से बाहर करने की अफवाहों के बीच नकदी बरामद की गई है.
झारखंड के निर्दलीय विधायक सरयू रॉय ने कांग्रेस से यह बताने को कहा है कि क्या विधायक नकदी लेकर झारखंड लौट रहे थे या झारखंड से किसी और राज्य में जा रहे थे. उन्होंने पूछा, धन का स्रोत कौन-सा राज्य है-असम, बंगाल या झारखंड?
पश्चिम बंगाल की मंत्री शशि पांजा ने इस मामले की विस्तृत जांच की मांग की है. उन्होंने कहा, ‘‘ईडी अधिकारी, क्या आप इस मामले का संज्ञान ले रहे हैं या मामला इतना गंभीर नहीं है? झारखंड के तीन विधायक जिस कार में सवार थे, उसमें से बरामद नकदी को गिनने के लिए मशीनें मंगवाई गई हैं.''