शिवहर में जन सुराग पार्टी के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा कि उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जैसा संवेदनहीन इंसान नहीं देखा. उन्होंने वर्ष 2014 - 15 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मदद करने पर अफसोस जाहिर किया.
'अहंकारी इंसान का सर्वनाश होना तय है'
प्रशांत किशोर ने कहा कि अहंकारी इंसान का सर्वनाश होना तय है. कोरोना महामारी के दौरान जब बिहार के लाखों लोग भूख से बिलबिला रहे थे और पैदल अपने घर लौट रहे थे तो उस वक्त भी नीतीश कुमार अपने घर से नहीं निकले थे. इतना ही नहीं छपरा में शराब से हो रही मौतों पर भी नीतीश कुमार ने अपनी संवेदना नहीं जताई.
प्रशांत किशोर ने जेडीयू और आरजेडी के विलय से जुड़े सवाल पर कहा कि नीतीश कुमार आरजेडी के साथ कभी सहज नहीं रह सकते. यह उनकी मुख्यमंत्री पद पर बने रहने की यह मजबूरी है.
विवादों में नीतीश कुमार
बता दें नीतीश कुमार इन दिनों अपने विवादित बयानों के लेकर राजनीतिक चर्चाओं के केंद्र में बने हुए हैं. ये बयान उन्होंने बिहार में जहरीली शराब से हो रही मौतों को लेकर दिए हैं. पूर्ण शराबबंदी लागू कर चुके बिहार के सारण जिले में कथित रूप से जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वाले लोगों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 26 हो गई.
इससे पहले बुधवार को जब विधानसभा में विपक्ष ने जहरीली शराब से हो रही मौतों का मुद्दा उठाया तो नीतीश कुमार बीजेपी पर भड़क गए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर खासा वायरल हुआ था.
गौरतलब है कि नीतीश कुमार नीत सरकार ने अप्रैल 2016 से बिहार में शराब उत्पादन, खरीद, बिक्री, सेवन आदि पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था.