सोमवार को भी भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। वैश्विक बाजारों से मिल रहे नकारात्मक रुझानों और बैंकिंग सटॉक्स के टूटने के कारण स्टॉक मार्केट गिरावट के साथ बंद हुए। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स, जिसकी शुरुआत ही आज कमजोरी के साथ हुई थी, 872.28 अंक या 1.46 प्रतिशत की गिरावट के साथ 58,773.87 पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान इसमें 941.04 अंक तक की गिरावट देखी गई।
एनएसई का निफ्टी भी 267.75 अंक या 1.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,490.70 के स्तरस्तर पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल जिन शेयरों में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई उनमें टाटा स्टील, एशियन पेंट्स, लार्सन एंड टुब्रो, विप्रो, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, टेक महिंद्रा, कोटक महिंद्रा बैंक और एक्सिस बैंक शामिल रहे। दूसरी तरफ, आईटीसी और नेस्ले इंडिया के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
एशियाई शेयर बाजारों की बात करें तो सियोल, टोक्यो और हांग कांग के बाजार गिरावट के साथ बंइ हुए। वहीं, शंघाई का बाजार हरे निशान के साथ बंद हुआ। यूरोप के शेयर बाजार मध्य कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आए। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट गिरावट के साथ बंद हुआ था।
एलकेपी सिक्योरिटीज के सीनियर टेक्निकल एनालिस्ट कुणाल शाह ने कहा कि बैंक निफ्टी सूचकांक पर लगातार पूरे दिन बिकवाली का दबाव देखा गया। बैंक निफ्टी का तात्कालिक अपसाइड रेसिस्टेंट 38,500 के स्तर पर है। अगर बैंक निफ्टी इससे आगे बढ़ता है तो इसमें 38,800 से 39,000 तक की रैली देखी जा सकती है। नीचे की तरफ इसमें 38,000 के स्तर पर सपोर्ट है। अगर यह स्तर टूटता है तो बिकवाली का दबाव बैंक निफ्टी को 37,700 के स्तर तक ले जा सकता है।
इस बीच, अंतरराष्ट्रीय ऑयल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 95.80 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) शुक्रवार को शुद्ध लिवाल रहे। एक्सचेंज से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार उन्होंने 1,110.90 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीदारी की।