खुदरा सामान की दुकानें चलाने वाली अमेरिकी कंपनी वॉलमार्ट ने फोनपे के मुख्यालय को भारत में ट्रांसफर करने से उत्पन्न होने वाले करों का भुगतान कर दिया है. डिजिटल भुगतान कंपनी फोनपे ने अपना मुख्यालय सिंगापुर से भारत में ट्रांसफर किया था. फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण के बाद कंपनी में वॉलमार्ट की बड़ी हिस्सेदारी है.
कंपनी ने टैक्स का किया भुगतान
रिपोर्ट के मुताबिक, यह टैक्स फोनपे के मुख्यालय स्थानांतरण और मूल्य वृद्धि से जुड़ा है. कुछ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि डिजिटल भुगतान कंपनी के अपना मुख्यालय भारत में स्थानांतरित करने के बाद वॉलमार्ट इंक और अन्य फोनपे शेयरधारकों को पूंजीगत लाभ कर के रूप में लगभग एक अरब डॉलर का सामना करना पड़ा है.
वॉलमार्ट ने दिए सवालों के जवाब
ई-मेल के जरिये पूछे गये सवाल के जवाब में वॉलमार्ट ने कहा है कि हम केवल कर भुगतान की पुष्टि कर सकते हैं. कंपनी ने हालांकि इस बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी. वित्तीय प्रौद्योगिकी मंच फोनपे ने पिछले साल अक्टूबर में अपना मुख्यालय सिंगापुर से भारत लाने की घोषणा की थी. इसके तहत, फोनपे समूह के सभी कारोबार और इकाइयों को फोनपे प्राइवेट लिमिटेड इंडिया के अंतर्गत लाया गया था.
पिछले साल किया था ऐलान
आपको बता दें वित्तीय प्रौद्योगिकी मंच फोनपे पिछले साल अक्टूबर महीने में अपने मुख्यालय को सिंगापुर से भारत लाने का ऐलान किया था. इसके तहत, फोनपे समूह के सभी कारोबार और इकाइयों को फोनपे प्राइवेट लि. इंडिया के अंतर्गत लाया गया था.