आपके घर में भी है 5 पैसे और 10 पैसे के सिक्के तो आप काफी खुशकिस्मत हैं. दरअसल, पुराने सिक्कों और नोट को ऑनलाइन बेचकर काफी पैसा कमाया जा सकता है. विशेषतौर पर 1, 2 रुपये के पुराने सिक्के और 1,2,5 रुपये के पुराने नोटों की बाजार में काफी मांग है. मुद्राशास्त्री सिक्का या मेडल कलेक्टर और नोटाफिलिस्ट जो कागज के नोटों का अध्ययन या संग्रह करते हैं दुर्लभ सिक्कों और नोटों की तलाश में रहते हैं.
5 और 10 पैसे के ऐसे सिक्के जिन पर माता वैष्णो देवी की तस्वीर बनी हुई है. इन सिक्कों को खरीदने के लिए लोग लाखों रुपये देने के लिए तैयार हैं. 1 रुपये का पुराना नोट. इस नोट पर वर्ष 1957 में गवर्नर एचएम पटेल का साइन है. इस नोट की सीरियल संख्या 123456 है.
ओएनजीसी (ONGC) के पांच रुपये और 10 रुपये के स्मारक सिक्कों के लिए भी काफी पैसे मिल रहे हैं.इसी तरह 000 786 की एक असामान्य संख्यात्मक सीरीज के 100 के नोट जिन पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव के हस्ताक्षर हैं
भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर सीडी देशमुख के हस्ताक्षर वाले 1943 के दस रुपये के नोट की बहुत डिमांड है. नोट में एक तरफ अशोक स्तंभ और दूसरी तरफ एक नाव छपी हुई है. नोट के पीछे दो सिरों पर अंग्रेजी शब्द “दस रुपए” लिखा होना चाहिए. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दुर्लभ नोट के लिए 25,000 रुपये तक मिल सकते हैं.
1862 के क्वीन विक्टोरिया के सिक्के के लिए तो लोग 1.5 लाख रुपये तक देने को तैयार हैं. वर्ष 1862 का एक रुपये का चांदी का दुर्लभ सिक्के की श्रेणी में आता है.मीडिया मुताबिक पुराने सामान को खरीदने और बेचने वाले विभिन्न ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर ये सिक्के और नोट बेचे जा सकते हैं. कुछ वेबसाइट पर इन्हें बेचने के लिए आपको रजिस्ट्रेशन भी करना होगा