सरिया और सीमेंट लेटेस्ट दाम: आज फिर सरिया के दाम1500 रूपये गिरे सीमेंट के दाम स्थिर खाद्य वस्तुओं की महंगाई से भले ही लोग परेशान हैं, लेकिन घर बनाने वालों के लिए ताजा दौर राहत देने वाला दिख रहा है। निर्माण में काम आने वाली दोनों प्रमुख वस्तुएं सरिया और सीमेंट के दाम बीते दिनों के मुकाबले नरम पड़ चुके हैं। शनिवार को इंदौर बाजार में टीएमटी सरिया के दाम 56125 रुपये प्रति टन (बिना जीएसटी) रहे। लोहा व्यापारी युसुफ लोखंडवाला के अनुसार बीते दिनों से सरिये के दामों में आई तेजी कम हुई है। 17 अगस्त को ही सरिया के दाम 57625 रुपये प्रति टन थे। यानी तीन दिनों में ही इसमें 1500 रुपये टन की गिरावट आई है
सरिया और सीमेंट लेटेस्ट दाम:
गर्मियों यानी अप्रैल-मई के दौरान सरिया के दाम 70 हजार रुपये प्रति टन के भी पार पहुंच गए थे। इसी तरह सीमेंट के मौजूदा दाम भी नरम पड़े हुए हैं। प्रदेश सबसे बड़े सीमेंट वितरक हेमंत गट्टानी के अनुसार शनिवार को इंदौर में ब्रांडेड सीमेंट के दाम 360 से 370 रुपये प्रति बोरी रहे। जबकि औसत ब्रांड की सीमेंट 350 रुपये प्रति बोरी बिक रही है। सीमेंट के दाम अप्रैल अंत में 410 रुपये प्रति बोरी तक पहुंच गए थे। अब निर्माण करने वालों के लिए सीमेंट किफायती हो गई है।
पहले की तरह अब बारिश में निर्माण बंद भी नहीं करना पड़ते ऐसे में किफायती दाम का लाभ लेते हुए निर्माण कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। गट्टानी के अनुसार तब महंगे होते कोयले के कारण सीमेंट कंपनियों ने दाम में वृद्धि की घोषणा की थी। हालांकि बाजार में आसार जताए जा रहे हैं कि दीपावली के आसपास सीमेंट के दाम फिर से एक बार बढ़ सकते हैं।
कांट्रेक्टर विनय देशपांडे के अनुसार किसी भी अच्छे निर्माण में सीमेंट और सरिये की लागत का हिस्सा 40 प्रतिशत तक होता है। फिलहाल प्रति वर्ग फीस सरिये का खर्च 225 रुपये और सीमेंट का खर्च 340 रुपये जोड़ा जा रहा है। दाम भले ही बीते दिनों के मुकाबले कम हुए हैं लेकिन अपेक्षा के अनुसार कम नहीं हुए हैं। कालोनाइजर मिलिंद तिवारी के अनुसार सीमेंट तो ठीक है लेकिन सरिये के बाजार में बीते दिनों से तेजी से उतार-चढ़ाव देखा जा रहा है। यह व्यापार के लिए खतरनाक है। कांट्रेक्ट लेते समय दाम कुछ होते हैं और काम शुरू करते समय कुछ और। लोहा व्यापारी भी उतार-चढ़ाव के कारण भारी घाटा सह रहे हैं। दो साल पहले तक दामों में ऐसा उतार-चढ़ाव नहीं देखा जाता