कई लोगों को हाथ और पैरों में झनझनाहट होती है. ऐसा लगता है जैसे हाथ-पैस सुन्न हो गए हो. कई लोगों को लगता है कि ये समस्या कमजोरी की वजह से होती है, लेकिन आपको इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. इस समस्या से ज्यादातर लोग परेशान रहते हैं, लेकिन कई लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं, कभी जानते नहीं हैं कि इस समस्या की क्या वजह है? आपको बता दें कि इस समस्या के पीछे कई गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं. इसलिए जान लीजिए इन बीमारियों के बारे में.
डायबिटीज का संकेत
हाथ-पैरों में होने वाली झनझनाहट डायबिटीज बीमारी का संकेत भी हो सकती है. ये समस्या पेरीफेरल न्यूरोपैथी से पीड़ित लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है. ये आपकी नसों को नुकसान भी पहुंचा सकती है. जिस वजह से हाथ-पैरों में सुन्नपन और झनझनाहट की समस्या होती है.
नर्व का डैमेज होना
अगर आपकी नर्वस में किसी तरह का ब्लॉकेज हो गया है या रक्त थक्क की परेशानी है. इसके अलावा वे डैमेज हो गई हैं तो भी झनझनाहट की समस्या हो सकती है. इसके अलावा पेरोनियल नर्व पाल्सी, कार्पल टनल सिंड्रोम, रेडियल नर्व पाल्सी और उलनार नर्व पाल्सी जैसी स्थतियां भी सुन्नपन का कारण बन सकती है.
इन रोग की वजह से
लिवर, किडनी और धमनियों के डैमेज होने पर भी सुन्नपन की समस्या हो सकती है. इसके अलावा ब्लड से जुड़ी कोई बीमारी होने पर भी झनझनाहट की समस्या हो सकती है. अगर कोई हार्मोनल असंतुलन, एमीलॉयडोसिस, क्रोनिक सूजन या कैंसर जैसे रोग से ग्रसित है, तो भी नर्व सिस्टम पर दबाव पड़ता है और इसी वजह से झनझनाहट होती है. ऐसे में शरीर में कमजोरी भी महसूस हो सकती है. इसके अलावा जब शरीर में विटामिन बी (Vitamin B) और विटामिन ई की कमी हो जाती है तो भी झनझनाहट हो सकती है.