यह बात तो लाजमी है कि उम्र बढ़ने के साथ आंखों की रोशनी कम होने लगती है लेकिन आजकल छोटी सी उम्र में ही बच्चों की आंखें की रोशनी कम होने लगी है। इसका कारण बताते हुए डॉक्टर कहते हैं कि बदलते लाइफस्टाइल और खान-पान का असर बच्चों की आंखों की रोशनी पर पड़ रहा है। साथ ही ज्यादा डिजिटल स्क्रीन देखने से भी बच्चों के आंख की रोशनी कमजोर हो रही है। डिजिटल स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी आंखों के लिए नुकसानदायक होती है। यही कारण है कि आज की छोटी उम्र के बच्चों को चश्मा लगा हुआ होता है। बच्चों की खुशी और मनोरंजन के लिए अक्सर मां बाप बच्चों के हाथ में मोबाइल, टेबलेट दे देते हैं। लेकिन यह उनके आंखों के लिए नुकसानदायक होता है। इसलिए आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए और लगा हुआ पावर चश्मा हटाने के लिए एक्सरसाइज को बच्चों को रोज करवाना चाहिए।
आंखों को सेंकना बच्चों की रोशनी बढ़ाने के लिए आवाज सुबह उनके ऐसे कई कर सकते हैं। इसके लिए आपको दोनों हाथों को अच्छे से रगड़ कर गर्म करना है और गर्म हथेली को आंखों पर रखकर 3 मिनट तक देखना है। आंखों को बंद करें बच्चों की आंखों की रोशनी तेज करने के लिए काम या पढ़ाई के बीच बीच में 3 से 5 सेकंड के लिए आंखों को पूरी तरह बंद करने के लिए कहे कुछ सेकेंड का आंखों को ब्रेक देने से आंखों की रोशनी के लिए फायदेमंद होता है।
इस प्रक्रिया को आपको चार से पांच बार दिन में तौलिए से बच्चों के आंखों को आराम देने के लिए दो छोटे-छोटे रुमाल को एक रुमाल को ठंडा पानी में दूसरे को गर्म पानी में छोड़कर आंखों को एक-एक करके देखें। ठंडा पानी से बाद में गर्म पानी से आंखों को आराम मिलता है जिसके लिए उन्हें अपने हाथों की आंखों को दबाना है।
दिन में तीन चार बार करने से आंखों की रौशनी को बढ़ाने के लिए आंखों को घुमाते रहें, उन्हें रोजाना अपने काम से समय निकाल कर घड़ी की दिशा में आंखों को घुमाते रहे और बीच-बीच में अपने आंखों की पलकों को भी झपकते रहें छोटी-छोटी अभ्यास से बच्चों की आंखों की रोशनी तेज होती है और आंखों को आराम मिलता है।