बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने गुरुवार को एक कार्यक्रम में नया विवाद खड़ा कर दिया है. डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती के मौके पर उन्होंने मंच से भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल खड़े करने वाला विवादित बयान दिया है. जिसके बाद से सोशल मीडिया पर उनके बयान वाला वीडियो वायरल हो रहा है. इस मामले में अब बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास मांझी ने भी प्रतिक्रिया दी है.
बिहार कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास ने जीतन राम मांझी के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है जिसमें उन्होंने राम को काल्पनिक पात्र बताया था. भक्त चरण दास ने कहा कि जीतन राम मांझी गरीबों की राजनीति करके आगे आए हैं इसलिए उन्हें पता है कि राम का महत्व क्या है और राम के बिना महाकाव्य पूरा नहीं हो सकता था.
जीतन राम मांझी के बयान के बहाने भक्त चरण दास ने भाजपा पर भी निशाना साधा है. भक्त चरण दास ने कहा कि भाजपा राम के नाम का व्यवसायीकरण कर रही है, राम किसी भी स्तर पर व्यवसायीकरण के पात्र नहीं हैं.
दरअसल, जमुई में गुरुवार को अंबेडकर जयंती पर हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि राम कोई भगवान नहीं थे, वाल्मीकि और तुलसीदास के काव्य पात्र थे. वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि राम भगवान थोड़े ही थे, वे तो महाकाव्य के पात्र थे. उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि पूजा पाठ करने से कोई बड़ा नहीं होता. उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को पूजा पाठ करना बंद कर देना चाहिए.