ट्रेन के चालकों की मनमानी के किस्ते अक्सर मीडिया की सुर्खियां बनते रहते हैं। कभी राजस्थान के उस ट्रेन ड्राईवर का किस्सा वायरल होता है जब वो आउटर पर गाड़ी को रोककर कचौड़ी लेने लग जाता है तो एक मामले में ड्राईवर ने चाय पीने के लिए ही गाड़ी रोक दी। लेकिन बिहार के समस्तीपुर से एक ऐसा किस्सा सामने आया है जिसमें ट्रेन का ड्राईवर गाड़ी को रोककर शराब पीने के लिए चलता बना।
इस मामले में ट्रेन का ड्राइवर भी गाड़ी को स्टेशन पर खड़ीकर शराब पीने चला गया। उसकी हरकत की वजह से सैकड़ों यात्री परेशान हो गए। परेशानी बढ़ी तो उन्होंने हंगामा शुरू कर सारे मामले की इत्तला जीआरपी को दी। ड्राईवर की तलाश हुई तो वो नशे की हालत में सड़क पर लेटा मिला। रेलवे के अफसरों ने दूसरे चालक के साथ ट्रेन को रवाना किया।
जीआरपी ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है। घटना समस्तीपुर के हसनपुर रोड स्टेशन की है। आरोपी की पहचान कर्मवीर यादव के रूप में हुई है। वो समस्तीपुर के जितवारपुर का रहने वाला है। उसकी हरकत की वजह से ट्रेन घंटे भर तक स्टेशन पर ही रुकी रही।
सोमवार को 05278 अप हसनपुर रोड स्टेशन पर 5.41 बजे पहुंची थी। वो समय राजधानी के गुरने का था लिहाजा सवारी ट्रेन को रोक दिया गया था। राजधानी के जाने के बाद सवारी ट्रेन को हरा सिग्नल दिया गया। लेकिन उसका सहायक चालक कर्मवीर गायब था। खोज हुई तो उसे नशे की हालत में स्टेशन से बाहर सड़क पर गिरा पाया गया। बताया जाता है कि आते समय रास्ते में ही बेहोश होकर गिर गया। लोगों ने उठाया तो वो हंगामा करने लगा।
उधर, गर्मी की वजह से यात्री भी बेहाल होने लगे तो उन्होंने भी हंगामा शुरू कर दिया। उसके बाद ही जीआरपी एक्शन में आई। रोचक बात है कि ये किस्सा नीतीश कुमार के बिहार का है, जहां शराबबंदी तो लागू है पर न तो सरकार और न ही बिहार पुलिस शराब की बिक्री पर कोई रोक लगा सकी है।