हवाई यात्रा करने वालों के लिए जरुरी खबर है. अगर आप भी अगले 8 हफ्तों तक हवाई यात्रा करने वाले हैं तो ये खबर जरूर पढ़ लें. डीजीसीए ने अब यात्रियों की सुरक्षा के लिए सख्ती दिखाई है, जिसके बाद एयरलाइन्स को उड़ानों के लिए अब एयरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियर अनिवार्य कर दिया गया है.
दरअसल, एविएशन रेगुलेटर डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन याी डीजीसीए (DGCA) ने गुरुवार को कहा कि एयरलाइन्स ने अपने सभी स्टेशनों पर योग्य इंजीनियरिंग कर्मियों को तैनात किया है. हाल में विमानों में तकनीकी खामियों की घटनाएं बढ़ने के चलते अभी एयरलाइन्स को आदेश कहा गया था. DGCA ने कहा कि 18 जुलाई को उसने मौके पर जांच की थी और पाया था कि विभिन्न एयरलाइन कंपनियों के अपर्याप्त और अयोग्य इंजीनियरिंग कर्मी विमानों के प्रस्थान से पहले उन्हें सर्टिफाई कर रहे हैं.
दरअसल, पिछले 45 दिनों में भारतीय कंपनियों द्वारा संचालित किए जाने वाले विमानों में तकनीकी खराबी की कई घटनाएं सामने आई हैं, जबकि उड़ान भरने से पहले हर विमान की जांच की जाती है और एयरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियर (AME) उसे सर्टिफाई करते हैं. इसके बावजूद बार-बार आने वाली दिक्कतों को लेकर DGCA सख्त होई गया है. इस सख्ती का सर एयरलाइन्स पर दिख भी रहा है.
आपको बता दें कि डीजीसीए ने 28 जुलाई तक योग्य एयरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियर को तैनात करने की मोहलत दी है. दरअसल, 18 जुलाई को एयरलाइन्स से कहा था कि वे 28 जुलाई तक योग्य एयरक्राफ्ट मेंटनेंस इंजीनियर को तैनात करें. रेगुलेटर ने गुरुवार को जारी एक बयान में कहा, 'हाल के दिनों में विमानों में तकनीकी खराबी की वृद्धि की रिपोर्ट के आधार पर, डीजीसीए ने कई ऑडिट/जांच की थी जो संकेत करती हैं कि खराबी के कारण की ठीक तरीके से पहचान नहीं की जाती है और विमानों को प्रमाणित करने वाले कर्मी योग्य नहीं हैं.'
एविएशन रेगुलेटर ने बताया है कि इसे देखते हुए एयरलाइन कंपनियों से कहा गया है कि वे सभी स्टेशनों पर योग्य इंजीनियरिंग कर्मियों को तैनात करें ताकि विमान के संचालन के लिए जाने से पहले खराबी को ठीक से दुरुस्त किया जा सके.