कौशांबी जिले के सराय अकिल थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन ने शुक्रवार को बहुजन समाज पार्टी (BSP) के तत्कालीन विधायक राजू पाल हत्याकांड में वांछित और फरार चल रहे अब्दुल कवि के मकान को बुलडोजर से गिराने की कार्यवाही शुरू की है. कौशांबी के पुलिस अधीक्षक (SP) बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सराय अकिल थाना क्षेत्र के भखंदा गांव निवासी अब्दुल कवि, राजू पाल हत्याकांड का आरोपी है और पिछले 18 साल से यह फरार चल रहा है. उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि अब्दुल ने अपने घर में काफी मात्रा में असलहा और गोला बारूद दीवारों में छिपाकर रखा है.
मकान से हथियार हुए बरामद
एसपी ने कहा कि इसी कारण मकान के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई है. उन्होंने बताया कि अब्दुल के मकान से एक राइफल, दो चापड़, चार कट्टे तथा कुछ कारतूस मिले हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि ध्वस्तीकरण और तलाशी की कार्यवाही अभी जारी है. गौरतलब है कि जनवरी 2005 में प्रयागराज जिले में बसपा के तत्कालीन विधायक राजू पाल की हत्या कर दी गयी थी. इसमें बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई पूर्व विधायक अशरफ समेत कई आरोपी बनाए गए थे. अभी हाल में प्रयागराज में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह और उनके दो सुरक्षाकर्मियों को अंधाधुंध गोलीबारी कर अपराधियों ने हत्या कर दी. इसके बाद प्रशासन ने माफिया और अपराधियों के खिलाफ सख्ती शुरू की है. आपको बात दें कि अब्दुल कवि को अतीक अहमद का करीबी बताया जाता है.
इन पर भी हुई कार्रवाई
आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही योगी सरकार माफियाओं को लेकर प्रदेश में काफी सख्त नजर आ रही है. इससे पहले भी कई माफियाओं के ऊपर योगी सरकार बुलडोजर एक्शन के तहत कार्रवाई कर चुकी हैं. उमेश पाल हत्याकांड के मामले में चकिया स्थित कथित तौर पर अतीक अहमद का घर गिरा दिया गया जहां पर उसकी बीवी और बच्चे रहा करते थे. अतीक अहमद के करीबी कहे जाने वाले अब्दुल कवि का मकान गिराए जाने से पहले उसके सामान को बाहर निकाला गया था और घर की तलाशी ली गई थी जिस दौरान पुलिस ने वहां पर कई हथियार बरामद किए.