पैगंबर विवाद में शुक्रवार को नमाज के बाद यूपी के कई शहरों में की गई हिंसा (Muslim Violence) पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपना लिया है. सीएम योगी ने शुक्रवार शाम को पुलिस-प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ बैठकर हिंसा के मामलों की जानकारी ली. साथ ही उन्हें असामाजिक तत्वों के कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया. प्रदेश के मुखिया के फरमान के बाद अधिकारियों ने ऐलान किया कि कानून हाथ में लेने वालों को अब की बार कड़ा सबक सिखाया जाएगा.
यूपी एडीजी (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रदेश में शुक्रवार को हुई हिंसा (Muslim Violence) के आरोप में अब तक कुल 136 आरोपियों को गिरफ़्तार किया जा चुका है. इनमें सहारनपुर में 45, प्रयागराज से 37, हाथरस से 20, मुरादाबाद से 7, फिरोजाबाद से 4 और अंबेडकरनगर से 23 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. मौके से मिले वीडियोज और फोटोज के आधार पर आरोपियों को चिह्नित कर बाकी बवालियों को भी गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी जा रही है. आने वाले वक्त में यह संख्या बढ़ भी सकती है.
इसी बीच प्रयागराज में हुई हिंसा में माफिया सरगना अतीक अहमद का कनेक्शन सामने आया है. इस हिंसा में MIM जिलाध्यक्ष शाह आलम की संलिप्तता सामने आई है. शाह आलम को माफिया डॉन अतीक अहमद का करीबी बताया जाता है. ऐसे में प्रयागराज में शुक्रवार को अटाला मस्जिद के बाहर हुई हिंसा (Muslim Violence) में अतीक गिरोह के अन्य सदस्यों के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है. इस गिरोह के लोग इससे पहले सीएए-एनआरसी प्रोटेस्ट में भी शामिल पाए गए थे. आरोप है कि MIM नेता शाह आलम ने भीड़ को उपद्रव के लिए उकसाया, जिसके बाद नमाज पढ़ने आए लोगों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया.
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी शुक्रवार की नमाज पढ़कर निकले लोगों ने जमकर पथराव किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए. वहां पर तनावपूर्ण हालात को देखते हुए 13 जून तक इंटरनेट को सस्पेंड कर दिया गया है. जबकि रांची में हुए नमाज के बाद हुए बवाल के बाद अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है. सभी इलाकों में पुलिस बल लगातार पेट्रोलिंग कर रहे हैं और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहे हैं.
वहीं यूपी में हिंसा (Muslim Violence) के बीच संत-समाज 11 जून को काशी में धर्म परिषद की बैठक की जाएगी. इस बैठक में देश में बढ़ते इस्लामी आतंक के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया जाएगा. बैठक में हिन्दू धर्म के बड़े संत और धर्माचार्य हिस्सा लेंगे. बैठक की अध्यक्षता परिषद के अध्यक्ष और पातालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास जी महाराज करेंगे.