एटीएम में छेड़छाड़ और फेवी क्विक लगाकर कार्ड चुराकर रुपये की निकासी करने वाले गिरोह के चार शातिरों को पत्रकारनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सभी विजय नगर स्थित ललित निकेतन कालोनी में छिपकर रहते थे। इनके पास से पुलिस ने 1.22 लाख रुपये, एटीएम खोलने के काम में आने वाला पिलास, अलग अलग बैंकों के 50 से अधिक डेबिट कार्ड, स्वैप मशीन, कार्ड क्लोनिंग में इस्तेमाल किया जाने वाला डिवाइस, दर्जन भर से अधिक फेवी क्विक सहित अन्य उपकरण को भी बरामद किया है। पुलिस इन सभी से पूछताछ कर रही है। कई अन्य सदस्यों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
भागने के दौरान छत से गिरा एक शातिर, चल रहा उपचार
पत्रकारनगर सहित आसपास के थाना क्षेत्रों में ऐसी शिकायत मिल रही थी एटीएम में डेबिट कार्ड फंस जा रहा है और कुछ देर बाद रकम की निकासी हो जा रही है। पत्रकारनगर थाने की पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। सूत्रों की मानें तो शातिर के ठिकाने की जानकारी जुटाने के बाद पुलिस विजय नगर स्थित ललित निकेतन कालोनी में छापेमारी करने पहुंच गई।
छापेमारी की भनक लगते ही एक शातिर भागने के क्रम में तीन मंजिला मकान की छत से गिर गया। इससे उसका एक पैर में गंभीर जख्मी हो है। उसे उपचार के लिए भेज दिया गया है। वहीं चार अन्य साथी भी पकड़े गए। सूत्रों की मानें तो इनकी पहचान आनंद, शुभम, अभीजीत कुमार, रिजु और नीरज के रूप में हुई है। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बचते रही।
मदद के नाम पर पहुंचते थे शातिर, देख लेते थे पिन कोड
पूछताछ में पता चला कि शातिर एटीएम बूथ के अंदर जाते थे। उसमें फेवी क्विक लगा देते थे। फिर बाहर घूमते रहते थे। जैसे ही कोई ग्राहक आकर एटीएम बूथ में जाकर रुपये निकालने के लिए डेबिट कार्ड मशीन में डालता था, कार्ड मशीन में ही चिपक जाता था।
फिर शातिर वहां पहुंचते थे और मदद के नाम पर ग्राहक से कहते थे पिन कोड डालने पर कार्ड बाहर आ जायेगा, लेकिन ऐसा नहीं होता था। ग्राहक के जाने के जाने के बाद उपकरण से उस कार्ड को निकाल लेते थे। पिन कोड उन्हें पहले से पत चल चुका रहता है। फिर वह उस कार्ड को स्वैप या किसी अन्य एटीएम से रुपये की निकासी करते थे।