शिवसेना (Shiv Sena) के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में करीब 50 विधायकों की बगावत के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आया हुआ है. शिवसेना ने इस मुद्दे पर आज अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है. यह बैठक आज दोपहर 1 बजे मुंबई के शिवसेना भवन में होगी. सीएम उद्धव ठाकरे वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल होंगे और पार्टी के पदाधिकारियों को मौजूदा हालात से अवगत कराकर आगे के लिए सलाह मांग सकते हैं.
पिछले 6 दिनों से महाराष्ट्र में जो राजनीतिक गतिविधियां (Maharashtra Political Crisis) बढ़ गई है. उस माहौल में शिवसेना (Shiv Sena) की भूमिका काफी अहम है. ऐसे में उद्धव ठाकरे कौन सा निर्णय लेते हैं, इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. उद्धव ठाकरे ने इसी मुद्दे पर आज एक अहम बैठक बुलाई है. इस बैठक में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी नेता, उपनेता, संपर्क अधिकारी, सांसद और विधायक मौजूद रहेंगे. वर्तमान की राजनीति के साथ शिवसेना और मुख्यमंत्री पद के अहम फैसले के बारे में इस बैठक में चर्चा होगी. वहीं उद्धव ठाकरे के बेटे और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे आज शाम 6.30 बजे बिरला मातोश्री सभागृह में युवा शिवसैनिकों को संबोधित करेंगे.
महाराष्ट्र के इस सियासी संग्राम (Maharashtra Political Crisis) में सबसे ज्यादा छटपटाहट NCP में देखी जा रही है. सरकार बचाने के लिए NCP के अध्यक्ष लगातार बैठकों का दौर चला रहे हैं. उन्होंने आज भी अपने निवास स्थान सिल्वर ओक पर पार्टी के कद्दावर नेताओ की मीटिंग बुलाई है. इस बैठक में शिवसेना के 16 विधायकों के निलंबन के बाद की स्थिति पर आगे की योजना बनाई जाएगी.
वहीं इस पूरे मुद्दे पर बीजेपी फिलहाल खामोश है और दूर रहकर सही मौके का इंतजार करती नजर आ रही है. पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पिछले 3 दिनों से लगातार अपने बड़े नेताओं और विधायकों के साथ मुलाकात कर रहे है. हालांकि BJP ने महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट पर बयान जारी कर कहा है कि उसका शिवसेना में मचे भूचाल से कोई लेना देना नही है. इसके बावजूद BJP उस स्थिति पर लगातार विचार विमर्श कर रही है, जिसमें अगर डिप्टी स्पीकर 16 विधायकों की सदस्यता रद्द कर देते हैं तो बागी विधायकों के साथ वह सत्ता में कैसे आ सकती है.
राज्य में रोजाना बदल रहे सियासी माहौल के बीच महाराष्ट्र पुलिस अलर्ट पर है. राज्य के डीजीपी ने महाराष्ट्र के सभी पुलिस स्टेशनों को हाई अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है. पुलिस सूत्रों का कहना है कि शिवसैनिक भारी मात्रा में सड़कों पर उतरकर हंगामा कर सकते हैं. ऐसे में राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है. डीजीपी की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि सभी पुलिस अधिकारी सतर्क रहें और अपने-अपने इलाकों में किसी तरह की आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयारी बनाए रखें.