छात्रों को स्सपेंड करने के केस में नोटिस जारी किया है.
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने डीएम को एक न्यूज रिपोर्ट के आधार पर ये नोटिस जारी किया है. हालांकि, इस मामले में स्कूल का बयान अलग है. स्कूल का कहना है कि नारा लगाने की बात ही गलत है. इधर,अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (AVBP) के कार्यकर्ताओं ने इस मामले में स्कूल के सामने जोरदार प्रदर्शन किया.
AVBP ने की कार्रवाई की मांग
AVBP ने सोमवार की दोपहर इस मामले के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. 'जय श्री राम' का नारा लगाने के मामले में मचे बवाल के बीच परिषद के जिला पदाधिकारी श्रीराम रिछारिया ने कहा, 'स्कूल द्वारा छात्रों पर की गई कार्रवाई संविधान द्वारा मिले अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का हनन है.'
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने न्यूज रिपोर्ट के अधार पर खुद संज्ञान लिया और जिला के अधिकारी को नोटिस थमाते हुए पूरे मामले की जांच 7 दिन में करने और फिर रिपोर्ट जमा करने के निर्देश दिए हैं. आयोग ने बताया कि इस केस में बच्चों को संविधान के अधिकारों के उल्लंघन का मामला नजर आता है.
स्कूल ने कहा- आरोप गलत
हालांकि, स्कूल की प्रिंसिपल ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि स्कूल के सिर्फ एक छात्र को अनुशासनहीनता के आरोप में सस्पेंड किया गया है. ऐसे में जो आरोप लगाए जा रहे हैं वो गलत हैं. इस बीच शिक्षा अधिकारी को इस मामले में किसी प्रकार की शिकायत नहीं की गई है. हालांकि, माामले की जांच के लिए एक टीम स्कूल का दौरा कर चुकी है.