पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चल रहे खरीद सीजन के दौरान राज्य भर की अनाज मंडियों में से धान की निर्विघ्न खरीद और ढुलाई यकीनी बनाने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने आज यहां अपने दफ्तर में राज्य सरकार के प्रशासनिक सचिवों के साथ मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए कहा कि बिना किसी देरी के किसानों के एक-एक दाने की खरीद और ढुलाई की जाए. भगवंत मान ने इस बात पर संतोष जताया कि राज्य भर की मंडियों में लगभग 50 लाख मीट्रिक टन धान की फसल आ चुकी है और किसानों को 7307.93 करोड़ रुपये की अदायगी कर दी गई है. उन्होंने कहा कि किसानों को बिना किसी परेशानी के खरीद प्रक्रिया को पूरा किया जाए.
एक अन्य एजंडे पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को पराली को न जलाने संबंधी जागरूक करना चाहिए. उन्होंने कहा कि पराली को आग लगाने से वातावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ मानवीय जीवन को भी भारी खतरा पैदा होता है. भगवंत मान ने कहा कि किसानों को इसके बुरे प्रभावों से अवगत करवा के इसकी रोकथाम के लिए हर संभव यत्न करने की जरूरत है.
राज्य में आम आदमी क्लीनिकों के कामकाज की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष जताया कि रोजमर्रा के 7500 मरीज इन क्लीनिकों का लाभ ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह क्लीनिक मानक इलाज सहूलतें मुहैया करवा के आम लोगों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं. भगवंत मान ने स्वास्थ्य विभाग को राज्य भर के 400 अन्य स्वास्थ्य संभाल केन्द्रों को मजबूत करने के लिए भी कहा.
राज्य में सेवा केन्द्रों के कामकाज का जायजा लेते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को इन सेवा केंद्रों में दी जाती सेवाओं के लिए की जाने वाली अतिरिक्त वसूली सम्बन्धी शिकायतों पर तुरंत कार्यवाही करने के लिए कहा. उन्होंने ऐसी गतिविधियों में शामिल मुलाजिमों के खि़लाफ सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए. भगवंत मान ने कहा कि राज्य भर के सभी 531 सेवा केंद्रों में नागरिक केंद्रित सेवाओं के तुरंत निपटारे को यकीनी बनाया जाना चाहिए.
भ्रष्टाचार के विरुद्ध अपनी सरकार की दृढ़ वचनबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह यकीनी बनाने के लिए कहा कि इंजीनियरिंग विंग के अनुमानों में कोई विस्तार न हो. उन्होंने कहा कि अनुमान सार्थक होने चाहिए और गलत कामों को अंजाम देने वालों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी. भगवंत मान ने अधिकारियों को जमीनी स्तर पर विकास कामों की खुद चैकिंग और पड़ताल यकीनी बनाने के लिए भी कहा.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को केंद्र की तरफ से सपांसरड स्कीमों के अंतर्गत फंडों के योग्य प्रयोग को यकीनी बनाने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा कि इन फंडों का प्रयोग राज्य में विकास कामों को बढ़ावा देने के लिए किया जाए. भगवंत मान ने वित्त विभाग को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि सरकार के स्तर पर कोई भी बिल बकाया न रहे.
मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ नौजवानों को नौकरियां प्रदान करने के लिए अल्प अवधि और लंबे समय के लक्ष्यों की पहचान करने पर भी जोर दिया. उन्होंने सरकारी नीतियों और प्रोग्रामों को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए निर्विघ्न अंतर- विभागीय तालमेल बनाने के लिए कहा. भगवंत मान ने अधिकारियों को अपनी ड्यूटी निष्पक्षता और पारदर्शी ढंग से निभाने के लिए कहा.
त्योहारों के सीजन के मद्देनजर मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को घटिया दर्जे की मिठाईयों और नकली दूध से बने पदार्थों को रोकने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि किसी को भी लोगों की कीमती जानों के साथ खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. भगवंत मान ने कहा कि अपने लाभ के लिए लोगों की जान दांव पर लाने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए.
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को यह भी यकीनी बनाने के लिए कहा कि राष्ट्रीय मार्गों के प्रोजेक्टों के लिए जमीन अधिग्रहण करने की प्रक्रिया किसानों को मुआवजा देकर जल्दी से जल्दी मुकम्मल की जाए. उन्होंने अधिकारियों को राज्य भर में चल रहे सड़कों के निर्माण कामों में तेजी लाने के लिए भी ताकिद की. भगवंत मान ने निर्माण के काम के दौरान गुणवत्ता के उच्च मानक नियमों की पालना को यकीनी बनाने पर भी जोर दिया.
मुख्यमंत्री ने राजस्व, स्थानीय निकाय और शहरी इकाईयों को जमीनों की बिक्री-विलेख (सेल डीडज) पर लगी रोक हटवाने के लिए रणनीति बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने के लिए भी कहा. उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभागों को इस मामले को जल्दी निपटाने के लिए कानूनी राय लेनी चाहिए. भगवंत मान ने समाज के सभी वर्गों की भलाई के लिए दृढ़ वचनबद्धता दोहराते हुये कहा कि इस नेक कार्य के लिए सभी अधिकारियों को अपनी ड्यूटी पूरी तनदेही से निभानी चाहिए.