श्री सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल घोषित करने के झारखंड सरकार के फैसले के खिलाफ ‘उपवास व्रत’ कर रहे एक जैन मुनि का मंगलवार को जयपुर में निधन हो गया. पुलिस ने कहा कि उक्त फैसले के खिलाफ जयपुर में शांति मार्च में भाग लेने के बाद सुज्ञेयसागर महाराज (72) शहर के सांगानेर इलाके में संघीजी मंदिर में अनशन पर बैठ गए.
मालपुरा गेट पुलिस थाने के थानाधिकारी सतीश चंद ने कहा, वह 'व्रत' पर थे और 25 दिसंबर के बाद से उन्होंने कुछ भी नहीं खाया था. उनका सुबह निधन हो गया और दोपहर में उनका अंतिम संस्कार किया गया. राजस्थान जैन सभा के अध्यक्ष सुभाष जैन ने कहा कि झारखंड सरकार के फैसले के विरोध में अनशन कर रहे सुज्ञेयसागर महाराज का निधन हो गया.
17 जनवरी को सुनवाई करेगा अल्पसंख्यक आयोग
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग झारखंड में जैन समुदाय के तीर्थ स्थल 'श्री सम्मेद शिखरजी ' को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने के खिलाफ आए प्रतिवेदनों पर आगामी 17 जनवरी को सुनवाई करेगा और उसने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के सचिव तथा झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को तलब किया.
आयोग के अनुसार, जैन समुदाय की तरफ से आयोग के समक्ष कई प्रतिवेदन आए हैं. अल्पसंख्यक आयोग ने इन प्रतिवेदनों का हवाला देते हुए कहा कि राज्य और केंद्र सरकार के इस इस निर्णय से पूरे देश के जैन समुदाय की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.
आयोग पहले ही राज्य सरकार से जैन समुदाय के लोगों की मांग पर विचार करने का आग्रह कर चुका है. आयोग ने कहा कि जैन समुदाय से जुड़े इस मुद्दे का समाधान करने के लिए आयोग 17 जनवरी को प्रतिवेदनों पर सुनवाई करेगा. आयोग के अध्यक्ष इक़बाल सिंह लालपुरा ने कड़कड़डूमा स्थित जैन मंदिर का दौरा भी किया, जहां कुछ लोग 'श्री सम्मेद शिखरजी ' से जुड़े मामले को लेकर अनशन कर रहे हैं.