दिल्ली में 10 से 25 हजार रुपये लेकर सेक्स के लिए विदेशी लड़की मुहैया कराने वाले गैंग का दिल्ली पुलिस के क्राइम ब्रांच ने पर्दाफाश करते हुए तीन विदेशी नागरिकों सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने नकली ग्राहक के सामने 10 विदेशी लड़कियों को पेश किया था, जिनके दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है. ये सभी लड़कियां उज्बेकिस्तान की रहने वाली हैं. इन्हें नौकरी का झांसा देकर यहां देह व्यापार के लिए लाया गया था.
दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी विचित्र वीर ने बताया कि क्राइम ब्रांच की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को सूचना मिली थी कि मालवीय नगर इलाके में कुछ विदेशी लड़कियों से देह व्यापार करवाया जा रहा है. इस जानकारी पर सिपाही सोहनवीर नकली ग्राहक बनकर गया. उसके साथ एएसआई राजेश गवाह बनकर गया था. उन्होंने एजेंट मोहम्मद रूप और चंदे साहनी उर्फ राजू से बात की.
उन्होंने मालवीय नगर में 10 विदेशी लड़कियां उनके समक्ष पेश की. उसी समय पुलिस टीम ने छापा मारकर दोनों एजेंट को गिरफ्तार कर लिया. वहीं इन विदेशी लड़कियों से दस्तावेज मांगे गए जो वह पेश नहीं कर सकीं. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि तुरकेमिनस्तान निवासी जुमएव अजीज और उसका पति मेरेडोब अहमद इस गैंग के सरगना हैं. वहीं, उज्बेकिस्तान निवासी अली शेर विदेशी लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाता है और उन्हें देह व्यापार में धकेल देता था. पुलिस ने इन तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है.
पूछताछ में पता चला कि अली शेर उज़्बेकिस्तान से लड़कियों को नौकरी दिलाने भारत लाता और उन्हें दंपत्ति के हवाले कर देता था. वह उन लड़कियों से मालवीय नगर इलाके में देह व्यापार करवाते थे. यह जगह अजीज के एक एजेंट ने किराए पर लिया था. यह एजेंट फिलहाल फरार चल रहा है. दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने फॉरेनर्स एक्ट का उल्लंघन करने के चलते भी एक मामला दर्ज किया है. पुलिस ने फिलहाल कुछ पासपोर्ट मोबाइल फोन एवं अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं, जिन्हें लेकर सत्यापन किया जा रहा है.
पुलिस के मुताबिक, ये गैंग काफी समय से काम कर रहा था. वह केवल अपने रेगुलर ग्राहकों और उनके परिचितों को ही लड़की मुहैया करवाते थे. डीसीपी ने बताया कि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि यह लड़कियां अपनी मर्जी से देह व्यापार कर रही थी या उनसे जबरन देह व्यापार करवाया जा रहा था. इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि यह लड़कियां कब भारत आई थीं.