लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर तवांग में चीन के साथ हुई झड़प के बाद अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि तवांग को अरुणाचल प्रदेश से जोड़ने का आइडिया सरदार पटेल का था.
उन्होंने एक कहानी भी सुनाई, जिसमें तवांग को भारत से जोड़ने और वहां तिरंगा फहराने का जिक्र है. उन्होंने कहा, 'तवांग को अरुणाचल प्रदेश से जोड़ने का आइडिया सरदार पटेल का था. तब तक राज्य को नाम भी नहीं मिला था. उसे एनईएफए यानी नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी कहा जाता था. तब प्रशासन असम के तहत आता था. संबंधित अधिकारियों को 1949 के शिमला समझौते के तहत तवांग सीमा पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए कहा गया था.' न्यूज एजेंसी एएनआई ने इसका एक वीडियो जारी किया है.
वीडियो में खांडू कहते हैं, 'झंडा फहराने का काम गवर्नर जयरामदास दौलतराम ने मेजर बॉब खटिंग को सौंपा. उस वक्त यह काम करने में दो महीने लग गए. जब बॉब खटिंग वहां पहुंचे तो उन्होंने इसका मैसेज भेजा. तब गवर्नर ने इस बारे में नेहरू को बताया क्योंकि सरदार पटेल का देहांत हो चुका था. लेकिन तब नेहरू ने कहा था कि हम उस जगह का लेकर करेंगे क्या? ' खांडू ने आगे कहा, 'लेकिन गवर्नर इसकी जानकारी बॉब खटिंग को नहीं दे पाए. जब कोई आदेश नहीं मिला तो उन्होंने तिरंगा फहरा दिया. लेकिन इतिहास के ये पन्ने कहीं खो गए.' तवांग को भारत के नियंत्रण में लाने का श्रेय बॉब खटिंग को दिया जाता है. खांडू की टिप्पणी गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने पूर्व पीएम नेहरू पर हमला बोला था. इसके बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ था.
शाह ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया था कि 1962 के युद्ध में चीन ने भारत की जमीन हड़प ली थी. बता दें कि 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी, जिसमें सेना के जवानों ने चीन को पीछे खदेड़ दिया था. इस झड़प में दोनों ओर के सैनिकों को चोट आई थी.