खालिस्तान से सहानुभूति रखने वाले अमृतपाल सिंह के समर्थकों की गुरुवार को पंजाब के अमृतसर जिले में पुलिस से झड़प हुई और वे अपने एक साथी की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए पुलिस परिसर में घुस गए. पुलिस ने एक व्यक्ति के अपहरण के आरोप में अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर मामला दर्ज किया था. इस बीच, जानकारी आई है कि अमृतपाल सिंह का करीबी तूफान सिंह रिहा किया जाएगा.
अमृतपाल सिंह की अगुवाई में तलवार और अन्य हथियार लिए सैकड़ों समर्थक अमृतसर के अजनाला में पुलिस थाने में एकत्रित हो गए. उन्होंने पुलिस द्वारा लगाए अवरोधक भी तोड़ दिए. पुलिस परिसर में प्रदर्शनकारियों के धरना देने पर भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किया गया.
स्वयंभू उपदेशक अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों के खिलाफ रूपनगर जिले के चमकौर साहिब के निवासी वरिंदर सिंह के कथित अपहरण और उससे मारपीट के लिए मामला दर्ज किया गया है. घटना की जांच के लिए SSP तेजबीर सिंह ने 3 सदस्य की SIT बनाई है. उन्होंने कहा कि अमृतपाल ने जो सबूत पेश किए उसमें तूफान सिंह घटनास्थल पर नहीं था. ऐसा बताया जाता है कि अमृतपाल सिंह ने हाल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी देते हुए कहा था कि उनका भी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी जैसा हश्र होगा.
कौन है अमृतपाल सिंह?
दुबई से लौटा अमृतपाल सिंह अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख है. सिद्धू की पिछले साल फरवरी में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा में साल 1993 में अमृतपाल सिंह का जन्म हुआ था. 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद 2012 में उसका पूरा परिवार दुबई चला गया.
आरोप है कि अमृतपाल खालिस्तानी मूवमेंट को हवा दे रहा है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आशंका जताई कि ISI की शह पर पंजाब में फिर से खालिस्तान का मुद्दा भड़काने के लिए अमृतपाल सिंह को दुबई से पंजाब भेजा गया है.
मामले पर क्या बोली बीजेपी
अमृतसर में हुए इस बवाल पर बीजेपी सांसद रमेश बिधूरी ने केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की सरकार पर बड़े आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, संसद के बजट भाषण में भी यह बात बोली थी कि पंजाब में हालात कैसे हैं. खालिस्तान बनाने के नाम पर ही पंजाब में सरकार बनी थी. खालिस्तानियों का समर्थन लेकर बंद कमरे में उनके साथ मीटिंग करके केजरीवाल ने चुनाव लड़ा. उनके पास अब क्या इसका जवाब है. उन्होंने कहा, आम आदमी पार्टी की कोई पॉलिसी है ही नहीं. वह पहले से ही तैयार थी जिस तरह से मुफ्ती मोहम्मद के टाइम कश्मीर में आतंकवादी खाका तैयार करते थे पंजाब में भी केजरीवाल की शह पर खालिस्तानी खाका तैयार कर रहे हैं.
शिवसेना नेता की हत्या में आ चुका है अमृतपाल के संगठन का नाम
पिछले साल नवंबर में अमृतसर में शिवसेना टकसाली के अध्यक्ष की दिनदहाड़े हत्या में वारिस पंजाब डे (डब्ल्यूपीडी) का नाम आया था. गिरफ्तार शूटर संदीप सिंह सनी अमृतसर डब्ल्यूपीडी का सदस्य था. वह घटना स्थल के पास कपड़े की दुकान चलाता था. जिस स्विफ्ट कार से वह गोपाल मंदिर के सामने घटना स्थल पर पहुंचा, उस गाड़ी में डब्ल्यूपीडी का स्टिकर था.