मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की धार्मिक नगरी उज्जैन (Ujjain) में शारदीय नवरात्रि (Navratri) की धूम है. गरबा (Garba) पांडलों में बड़ी संख्या में माता के भक्त मां की आराधना को पहुंच रहे हैं. बीती रात करीब 11 बजे उज्जैन शहर के VIP कोठी रोड स्थित कालिदास अकादमी परिसर में गरबा आयोजन के दौरान तीन मुस्लिम युवकों के पंडाल में घुसने की सूचना बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को लगी तो कार्यकर्ताओ ने युवकों को भीड़ में घुस कर चेक करना शुरू किया. फिर मंच से भी सार्वजनिक रूप से कहा कि कोई मुस्लिम युवक है पंडाल में तो सामने आ जाए या निकल जाए. इतने में चेकिंग के दौरान एक युवक हाथ लगा तो उसकी हिंदू संगठनों ने जमकर पिटाई कर दी. कपड़े तक फाड़ दिए.
गरबा पंडाल में घुसे मुस्लिम युवकों की पिटाई
बता दें कि दो मुस्लिम युवक भागने लगे तो पंडाल के बाहर रोड पर उन्हें भी घेर लिया गया और पीटा गया. फिर उन्हें पुलिस ने बचाया और थाने ले गई. जान लें कि गरबा पंडाल के अंदर जिस मुस्लिम युवक को पीटा गया, उसको मंच पर चढ़कर आयोजकों ने बचाया. हालांकि, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने रात में ही तीनों युवकों को बिना किसी कार्रवाई के छोड़ दिया.
हिरासत में लिए गए गरबा पंडाल में घुसे युवक
इस मामले में सीएसपी विनोद कुमार मीणा ने जानकारी देते हुए कहा कि हमें सूचना मिली थी कुछ लड़कों को थाना माधवनगर क्षेत्र में आयोजित गरबा पंडाल में कुछ लोगों ने घेर लिया है और उनका दूसरे समुदाय से संबंध है. उनकी गरबा पंडाल में एंट्री वर्जित है. मौके पर पहुंचकर तीनो युवकों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया है और मेडिकल के लिए पहुंचाया गया है. मामले की जांच की जा रही है, जो भी वैधानिक कार्रवाई होगी की जाएगी. जो युवक हैं उनकी पहचान करके परिजनों को भी सूचित किया गया है.
बजरंग दल के पदाधिकारी ने क्या कहा?
वहीं, बजरंग दल के जिला संयोजक अंकित चौबे ने कहा कि हमें 3 दिन से सूचना थी इस बात की कि कालिदास अकादमी में हो रहे गरबा आयोजन में मुस्लिम युवक लड़कियों को लेकर आ रहा है. पुख्ता सूचना पर हमारी टीमें अलर्ट थीं. हमने मंच से सार्वजनिक रूप से कहा कि अगर पंडाल में कोई मुस्लिम युवक है तो सामने आ जाए और यहां फिल्मी गाने नहीं बजाए जाएं. इतने में कार्यकर्ता के हाथ एक युवक लगा और उससे पूछा तो उसने 2 और युवकों के नाम बताए जो भागने लगे थे. वो भागते हुए परिसर के बाहर पकड़े गए, जिन्हें पुलिस के हवाले किया है.
उन्होंने ये भी कहा कि ये काम पुलिस का है जिन्हें प्रदेश के गृह मंत्री और संस्कृति मंत्री ने स्पष्ट आदेश दिए हैं. बावजूद इसके पुलिस ने ध्यान नहीं दिया जो कि गलत है.