हिमाचल प्रदेश में अगला सीएम कौन होगा? हिमाचल में आलकमान की पसंद कौन है? ऐसे सवालों पर सस्पेंस बरकरार है. इस बीच कांग्रेस नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि वो CM पद की रेस में नहीं हैं, वो बस इतना चाहते हैं कि जल्द से जल्द प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन जाए. वहीं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने इच्छा जताई है कि उनकी मां को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर वह अपनी शिमला ग्रामीण सीट खाली कर देंगे, क्योंकि प्रतिभा सिंह अभी विधानसभा की सदस्य नहीं हैं.
हिमाचल में कितने दावेदार?
दरअसल, हिमाचल कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह, सुखविंदर सिंह सुक्खू और हरोली विधायक मुकेश अग्निहोत्री सीएम पद के मजबूत दावेदार माने जा रहे थे. सुखविंदर सिंह सुक्खू रेस से हट चुके हैं. अब मुकेश अग्निहोत्री के रुख पर सभी की निगाह टिकी है.
प्रतिभा सिंह का नाम आगे?
मंडी से लोकसभा सांसद 66 वर्षीय प्रतिभा सिंह अब सीएम पद की रेस में सबसे आगे हैं. उन्होंने अपने पॉलिटिकल करियर की शुरुआत 1998 में मोंडी लोकसभा चुनाव लड़ने से की थी, तब बीजेपी के महेश्वर सिंह ने उन्हें हरा दिया था. वह 2004 में फिर से लोकसभा चुनाव लड़ीं और जीत गईं. दूसरी ओर पत्रकार से राजनेता बने मुकेश अग्निहोत्री ने इस बार अपना पांचवां विधानसभा चुनाव जीता है. उन्होंने सियासी सफर की शुरुआत 2003 में कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़कर की थी.
क्या लगेगी इनकी लॉटरी?
इस बीच कांगड़ा की जवाली सीट से विधायक बने दिग्गज नेता चंदर कुमार का नाम भी सीएम पद की रेस में है. वो 5 बार कैबिनेट मंत्री रहे हैं. उन्होंने 1984, 1989, 1993 और 1998 के विधानसभा चुनाव भी जीता था. उन्हें 2004 में कांगड़ा से लोकसभा के सदस्य के रूप में भी चुना गया था. अब चर्चा है कि प्रतिभा सिंह या मुकेश अग्निहोत्री के नामों पर सहमति नहीं बनने की स्थिति में उन्हें CM बनाया जा सकता है.
इस बीच हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह के बयान से देवभूमि हिमाचल की सियासी सरगर्मी बढ़ गई है.