विवाह पंजिका केंद्र पर शादी के सपने संजोकर आए पांच हजार लोगों को ढाई साल में ठगी का शिकार होना पड़ा। आरोपित संचालक नीरज गर्ग के बेटे और दिल्ली में रहने वाला दामाद भी इस धंधे में शामिल थे। पुलिस ने पकड़ी गई 10 लड़कियों को थाने से जमानत दे दी है। पांचों युवकों को विभिन्न धाराओं में कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सभी पांच को जेल भेज दिया गया।
गुरुवार को क्राइम ब्रांच और मेडिकल पुलिस ने गोपाल प्लाजा में विवाह पंजिका केंद्र पर छापा मारकर 10 लड़कियां और पांच युवकों को पकड़ा था। संचालक नीरज गर्ग निवासी शास्त्रीनगर और मैनेजर डिंपल निवासी भावनपुर मौके से भाग गए। दोनों की फरारी के पीछे पुलिस की सूचना लीक होना माना जा रहा है। पुलिस ने इस मामले की जांच बैठा दी है। नीरज गर्ग और डिंपल पर गैरजमानती धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है, जबकि विवाह पंजिका केंद्र से मंगेतर और परिवार का किरदार निभाने वाली लड़कियों और युवकों पर जमानती धाराओं का आरोपित बनाया गया है। सभी लड़कियों को थाने से 41ए का नोटिस देकर जमानत दे दी गई।
इंस्पेक्टर संत शरण ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि ढाई साल में पांच हजार से ज्यादा युवकों को शादी के नाम पर ठगा है। हैरत की बात है कि मैरिज ब्यूरो में एक भी शादी नहीं कर पाए। ठगी की गई रकम भी नीरज के खाते में जाती थी फर्जी मंगेतर बनकर युवती शादी करने आए युवकों से रकम ठग लेती थी। यह रकम भी नीरज गर्ग द्वारा खुलवाए गए फर्जी बैंक खातों में जाती थी।
पूछताछ में जानकारी मिली कि लड़कियों को 10 हजार प्रतिमाह पगार दी जाती थी। एसपी क्राइम ने बताया कि नीरज गर्ग और उसके परिवार के सदस्यों को भी पकड़ा जाएगा। पुलिस की टीम इस पर काम कर रही है।
बताया जाता है कि नीरज गर्ग के परिवार के सदस्य सत्ताधारी नेताओं से सिफारिश कराने में लगे हुए हैं। कई अफसरों को काल भी कर चुके हैं। हालांकि पुलिस का दावा है कि नीरज गर्ग और डिंपल को जल्द ही पकड़ कर जेल भेजा जाएगा।