पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या में शामिल दो गैंगस्टर का लंबे एनकाउंट के बाद पंजाब पुलिस ने खात्मा कर दिया है. दोनों अपराधियों के साथ अमृतसर में बुधवार सुबह से जारी एनकाउंटर कई घंटों बाद शाम को खत्म हुआ.अटारी सीमा के पास होशियार नगर गांव में पुलिस की गोली से दो गैंगस्टर मारे गए.
पुलिस ने बताया कि इनमें से मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नू कुसा और जगरूप सिंह रूपा नाम के दो गैंगस्टर मूस वाला की हत्या करने वाले शूटर थे और हत्या के बाद से फरार चल रहे थे. 21 जून को मोगा जिले के समालसर में दोनों का बाइक चलाते हुए हाल ही में एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया था.
जिस जगह आरोपी छिपे थे, वहां से गोलियों की आवाज सुनी गई. गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था, इलाके की घेराबंदी कर दी गई थी और स्थानीय लोगों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया था. गैंगस्टरों की फायरिंग में एक निजी मीडिया चैनल का वीडियो पत्रकार भी घायल हो गया. एनकाउंटर में तीन पुलिसकर्मियों को भी मामूली चोटें आई हैं.
एनकाउंटर खत्म होने के बाद एडीजीपी एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) प्रमोद बान ने कहा कि ऑपरेशन में मूसेवाला को मारने वाले गैंगस्टर मन्नू और रूपा दोनों मुठभेड़ में मारे गए. दोनों ही शार्प शूटर थे. पंजाब पुलिस की एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स ने गैंगस्टरों के पास से एक एके-47 और 'भारी गोला-बारूद' बरामद किया है. जिस घर में वे छिपे थे, वहां से एक एके-47 राइफल और 0.30 एमएम की पिस्टल बरामद हुई. एक बैग भी बरामद हुआ है, जिसे फोरेंसिक जांच के बाद खोला जाएगा.
मूसेवाला की 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. सिंगर की हत्या के एक दिन पहले ही राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा में कटौती की थी. मूसेवाला अपने चचेरे भाई और एक दोस्त के साथ महिंद्रा थार जीप में घर से बाहर निलके थे. 28 साल के मूसेवाला ने हाल ही में मनसा से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था और आप नेता विजय सिंगला से हार गए थे.
कनाडा के गोल्डी बरार ने मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी. मूसेवाला को पार्टी में शामिल होने के बाद पंजाब कांग्रेस द्वारा एक युवा आइकन और एक "अंतर्राष्ट्रीय व्यक्ति" के रूप में जाना जाता था. उनकी मां मानसा जिले के मूसा गांव की सरपंच हैं, जबकि उनके पिता एक पूर्व सैनिक हैं.