22 सितंबर को NIA, ED और राज्यों की पुलिस की संयुक्त छापेमारी PFI यानी कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया नामक संगठन पर शुरू हुई थी। यह एक इस्लामिक संगठन है। देश के कई राज्यों में इस संगठन पर छापेमारी हुई और इसके कई नेताओं, सदस्यों को हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद 27 सितंबर को भी NIA, ED और राज्यों की पुलिस ने ऐसा ही किया।
दो चरणों में ताबड़तोड़ छापेमारी और ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां हुई। इस दौरान जांच एजेंसियों के हाथों में जो चीजें लगी उसने उनके होश उड़ा दिए। PFI सहित अन्य कई संगठन देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बन रहे थे। भारत को 2047 तक मुस्लिम देश बनाने की तैयार थी। यह बात PFI के एक सीक्रेट डॉक्यूमेंट में लिखी हुई थी।
बुधवार सुबह केंद्र सरकार ने इस संगठन पर लगाम कसते हुए एक बड़ा फैसला ले लिया। गृह मंत्रालय ने PFI सहित अन्य संगठनों पर पांच साल का बैन लगा दिया। पहले विचार किया गया था कि संगठनों पर दिसंबर 2022 से बैन लगाया जाएगा लेकिन केंद्र सरकार ने अभी ही यह फैसला ले लिय। इस फैसले का विरोध भी हो रहा है लेकिन लोग खुलकर सरकार के फैसले का समर्थन भी कर रहे हैं।
PFI सहित अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के सरकार के फैसले का अजमेर दरगाह के दीवान जेनुएल आबेदीन ने भी दिल खोलकर समर्थन किया और सरकार के बड़े फैसले पर खुशी जाहिर की। उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि देर आए दुरुस्त आए लेकिन वे खुश है कि इस संगठन पर प्रतिबंध लग गया। उन्होंने कहा कि पांच साल पहले ही इस पर बैन लग जाना चाहिए था। ये लोग पांच साल से देश के खिलाफ साजिशें और षड्यंत्र रच रहे थे।
पीएफआई पर बैन लगने पर जहां अजमेर दरगाह के दीवान जेनुएल आबेदीन खुश नजर आए तो वहीं उन्होंने मुस्लिम युवकों को भी एक ख़ास संदेश दिया। उन्होंने साफ़ शब्दों में कहा कि देश के नौजवान इन जमातों के बहकावें में न आए। देश हित में काम करें। देश अगर सुरक्षित है तो हम सुरक्षित है। किसी भी संस्था या विचार से बड़ा देश होता है और यदि कोई इस देश को तोड़ने की बात करता है, यहां की एकता संप्रभूता तोड़ने देश के अमन को खराब करने की बात करता है तो उसे इस देश में रहने का हक नहीं।
केंद्र सरकार ने PFI सहित रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल विमेन्स फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन पर प्रतिबंध लगाया है। ये सभी PFI से संबंधित संगठन है।