प्रतापगढ़ : उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में चौकाने वाला मामला सामने आया है. यहां सौतेली मां ने ही मासूम बालिका काव्या सरोज को कुंए में धकेल कर मार डाला. पुलिस ने गुरुवार 5 मई 2022 को मामले में सौतेली मां शाति देवी को गिरफ्तार कर घटना का खुलासा किया तो लोग चौंक पड़े.
जिले के कुंडा कोतवाली क्षेत्र के रजनपुर में चार साल की बालिका काव्या सरोज की हत्या का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने सौतेली मां को गिरफ्तार किया है। उसने कुबूला कि सौतेली बेटी काव्या उसे हर बात पर टोकती और कमी निकालती थी जिसकी वजह से वह गुस्से से उफन पड़ी और उसे कुएं में धकेलकर मार डाला। हत्या के इस कारण को जानकर पुलिस भी हैरान है।
कुंडा कोतवाली के इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि दिनेश कुमार सरोज की तीसरी पत्नी शांति देवी को सौतेली बेटी काव्या को मारकर फेंकने के जुर्म में गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में शांति देवी ने कहा कि काव्या अक्सर उसके कामकाज में कमी निकाला करती थी। बात-बात पर टोक देती और भोजन में भी कुछ न कुछ खामी बता देती थी। शांति इस बात से भी क्रोधित थी कि काव्या कभी उसके मायके भी जाती थी तो मां व भाइयों से भी उसकी तरह तरह की शिकायत करती रहती थी।
इसी बीच शांति देवी भी गर्भवती हो गई तब भी काव्या की शिकायतों की वजह से वह परेशान रहती। वह इस सौतेली बेटी को रास्ते से हटाने का मौका खोजने लगी। मंगलवार 3 मई 2022 की शाम काव्या घर के बगल बच्चों के साथ खेल रही थी तभी सौतेली मां शांति देवी उसे बुलाकर अपने ले गई और घर से कुछ दूर स्थित कुएं में धक्का देकर गिरा दिया। इसके बाद वह चुपचाप घर लौट गई। कोई उसकी यह हरकत देख नहीं सका था।
दिन भर मजदूरी करने के बाद जब शाम को दिनेश कुमार घर लौटा तो बेटी काव्या के बारे में पूछा। जब वह देर तक घर और आसपास नहीं दिखी तो वह उसकी खोजबीन में निकला। पूरा गांव देख लिया लेकिन काव्या नहीं मिली। इसके बाद अनहोनी की आशंका पर कुओं में देखा जाने लगा। देर रात घर से आधा किलोमीटर दूर उस कुएं में काव्या का शव उतराता दिखा।
खबर पाकर पहुंची कुंडा पुलिस ने शव को बाहर निकालने के बाद जब दिनेश से बात की तो उसने पत्नी पर शक जताया क्योंकि उसने काव्या को फटकारते और कई बार उसके बारे में अनाप-शनाप बोलते सुना था। पुलिस ने मुकदमा लिखकर शक के आधार पर शांति देवी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना गुनाह कुबूल लिया। पुलिस ने बताया कि शांति देवी को अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।