बिहार पुलिस ने उस संदिग्ध महिला (चीनी) को हिरासत में लिया है, जिससे तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को कथित तौर पर खतरा बताया जा रहा था. न्यूज एजेंसी एएनआई ने यह जानकारी दी है. एडीजी (हेडक्वॉटर्स) जेएस गंगवार ने बताया कि महिला को बोधगया से हिरासत में लिया गया है. उससे पूछताछ जारी है. बिहार के बोधगया में दलाई लामा की यात्रा के बीच चीन की एक महिला की तलाश में जुटी पुलिस ने गुरुवार सुबह सुरक्षा अलर्ट जारी किया था. इसके बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. विदेश मंत्रालय ने इस घटना को सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा बताते हुए इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था.
इस बारे में पूछे जाने पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि यह सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा लगता है. इसके बारे में मुझे अधिक जानकारी नहीं है. मैं नहीं समझता कि सुरक्षा से जुड़े आयामों पर बात करने का यह सही मंच है. उन्होंने कहा था कि सरकार का सम्पर्क अधिकारी वहां है लेकिन सुरक्षा से जुड़े मुद्दे पर वह कुछ नहीं कह सकते.
उन्होंने बताया था कि पुलिस ने चीन की महिला सोंग शियाओलन का 'स्केच' जारी किया है. पुलिस ने मीडिया के साथ महिला के पासपोर्ट और वीजा की डिटेल्स शेयर की थीं. खतरे को देखते हुए महाबोधि मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई थी और श्रद्धालुओं की भी तलाशी ली गई. इससे पहले गया की SSP हरप्रीत कौर ने बताया था कि गया पुलिस को यह इनपुट मिला कि यहां चीन की एक महिला रह रही है. एसएसपी ने कहा था कि होटल, मॉनेस्ट्री सहित कई जगहों पर जांच की जा रही है. उन्होंने कहा था कि अभी प्रारंभिक जानकारी है और महिला को लेकर वेरिफिकेशन की जा रही है.
दलाई लामा पिछले कई दिनों से बिहार के बोध गया में प्रवास पर हैं. बौद्ध धर्मगुरु का स्थानीय कालचक्र मैदान में 29 दिसंबर से तीन दिवसीय टीचिंग (प्रवचन) कार्यक्रम है. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देश और विदेश से धर्मावलंबियों के पहुंचने की संभावना है. इसे लेकर लोगों का बोध गया पहुंचने का सिलसिला जारी है. सूत्रों के मुताबिक पुलिस को इनपुट आया है कि चीनी महिला गया जिले में रह रही है. पिछले 2 साल से उसके भारत में रहने का भी इनपुट मिला है. इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है. महिला के चीनी जासूस होने के शक से इनकार नहीं किया जा सकता.