हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए और दावा किया कि विपक्षी दल दृष्टिहीन, दिशाहीन और नेतृत्वहीन हो गया है. बता दें कि हर्ष महाजन राज्य में कांग्रेस सरकार के दौरान मंत्री भी रह चुके हैं. वे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के करीबी सहयोगी भी थे. हिमाचल प्रदेश में वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह अभी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हैं और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह पार्टी विधायक हैं.
हिमाचल में कांग्रेस को झटका
भाजपा की सदस्यता लेते हुए हर्ष महाजन ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद कांग्रेस में कुछ भी नहीं बचा है. वह केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में भाजपा में शामिल हुए और एक मजबूत सरकार प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना की. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में भी दिल्ली की तरह कांग्रेस को मां और बेटा चला रहे हैं.
हर्ष महाजन भाजपा में शामिल
इस मौके पर भाजपा के वरिष्ठ नेता पियूष गोयल ने कहा कि भाजपा इस साल के अंत में होने वाले चुनावों के बाद सत्ता बरकरार रखते हुए राज्य में इतिहास रचेगी. महाजन चार दशकों से अधिक समय से कांग्रेस के साथ थे. महाजन का स्वागत करते हुए गोयल ने कहा कि वह कांग्रेस में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं और उनकी छवि साफ-सुथरी है. उन्होंने दावा किया कि राज्य में भाजपा की सरकार फिर से बनेगी.
कांग्रेस ने हर्ष महाजन पर साधा निशाना
हर्ष के भाजपा के साथ के बाद प्रतिभा सिंह ने कहा कि उन्होंने पीठ पर वार किया है. इसके लिए प्रदेश की जनता कभी उन्हें माफ नहीं करेगी. पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने महाजन के मान सम्मान में कभी कोई कमी नहीं रखी. आज उनका यह कहना की दिल्ली की तरह प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में मां-बेटे का ही राज चल रहा है, यह आरोप बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना और अपमानजनक है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सदैव ही उन्हें चुनाव लड़ने को कहा पर वह चुनावों से भागते रहे.