दिवाली से पहले दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने अकुशल श्रमिकों, कुशल श्रमिकों और अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम वेतन बढ़ाने का फैसला किया है. दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदियो ने बुधवार को ये जानकारी दी. मनीष सिसोदिया ने कहा, न्यूनतम वेतन में बढ़ोतरी से कर्मचारियों को महंगाई के दौरान राहत मिलेगी. मासिक वेतन में संशोधन का निर्णय दिवाली से पहले आया है और यह 1 अक्टूबर से लागू होगा. सरकार ने इससे पहले मई में न्यूनतम वेतन में वृद्धि की थी.
डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने क्या कहा?
न्यूनतम मजदूरी में वृद्धि से महंगाई के प्रतिकूल प्रभाव से पीड़ित श्रमिक वर्ग को राहत मिलेगी. मनीष सिसोदिया ने कहा और दावा किया कि दिल्ली सरकार देश में मजदूरों को उच्चतम न्यूनतम मजदूरी का भुगतान करती है. डिप्टी सीएम ने आगे कहा, इस कदम से दिल्ली सरकार की सभी अनुसूचित रोजगार श्रेणियों में अकुशल, अर्ध-कुशल, कुशल और अन्य श्रमिकों को लाभ होगा. उन्होंने कहा कि इससे लिपिक और पर्यवेक्षी नौकरियों में भी लाभ होगा.
लिपिक और पर्यवेक्षी नौकरियों के लिए न्यूनतम वेतन में भी वृद्धि की गई है. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में न्यूनतम मजदूरी पर कार्यरत लोगों को भी महंगाई भत्ते का लाभ मिलना चाहिए, जो आमतौर पर राज्य और केंद्र सरकार के कर्मचारियों को दिया जाता है.
मनीष सिसोदिया ने कहा, दिल्ली सरकार सभी कर्मचारियों को महंगाई से राहत देने के लिए हर छह महीने में महंगाई भत्ते में संशोधन कर रही है. खाद्य मुद्रास्फीति, सितंबर 2022 में 8.60% बढ़ गई, जबकि अगस्त में यह 7.62% थी.