12वी में 70%लाने पर CM मामा देंगे फीस मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को 91 हजार 493 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के बैंक खातों में लैपटॉप के लिए 25-25 हजार रुपये की राशि वितरित की। मुख्यमंत्री शिवराज ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 12वीं में 70 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्र-छात्रा के माता-पिता की सालाना आय छह लाख रुपये से कम है तो उनकी उच्च शिक्षा की फीस सरकार भरेगी।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शुक्रवार को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मेधावी छात्र-छात्राओं को लैपटॉप के लिए राशि का वितरण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राएं शिक्षा के क्षेत्र में कमाल कर रहे हैं। सीएम ने कहा कि 12वीं कक्षा में 70 प्रतिशत अंक लाने वाले छात्र-छात्रा के माता-पिता की सालाना आय छह लाख से कम है तो उसकी उच्च शिक्षा की फीस सरकार भरेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब आर्थिक तंगी छात्र-छात्राओं की पढ़ाई में बाधा नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि नीट की परीक्षा क्लियर करने के बाद अगर प्राइवेट मेडिकल कॉलेज में भी प्रवेश मिलता है, तो फीस सरकार भरेगी। आप लोग जेईई, क्लैट या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करें। फीस की चिंता बिल्कुल न करें। मुख्यमंत्री ने माता-पिता से भी अपील करते हुए कहा कि आप बच्चों के ऊपर कभी दबाव न डालें।
सीएम ने कार्यक्रम में कुछ विद्यार्थियों को चेक और प्रमाण पत्र सौंपे। इस पर एक छात्रा सीएम के हाथ से पुरस्कार लेने के लिए भावुक हो गई। मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 91 हजार से ज्यादा छात्र-छात्राओं के खातों में लैपटॉप के लिए 25-25 हजार रुपये की राशि सिंगल क्लिक के माध्यम से ट्रांसफर की। शिवराज सरकार ने 2016 में मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए लैपटॉप योजना शुरू की थी।
इसमें प्रतिभाशाली विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत प्रदेश के मेधावी विद्यार्थी जिन्होंने 12 वीं कक्षा में प्रथम प्रयास में 75 प्रतिशत प्राप्तांक या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, ऐसे 91 हजार 493 प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को योजना में लाभान्वित किया गया। इस अवसर पर स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) एवं सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री इन्दर सिंह परमार और जनजातीय कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण विभाग मंत्री मीना सिंह उपस्थित रहे।
सबसे ज्यादा ग्वालियर संभाग से 17 हजार 257, भोपाल से 12 हजार 953, इंदौर से 12 हजार 820, सागर से 11 हजार 31, जबलपुर से 11 हजार 31, उज्जैन से 10 हजार 212, रीवा से आठ हजार 986, नर्मदापुरम से तीन हजार 598 और शहडोल से एक हजार 932 छात्राओं को योजना के तहत लाभान्वित किया गया।