ज्ञानवापी मस्जिद और श्रृंगार गौरी प्रकरण में मस्जिद पक्ष की ओर से बहस कर रहे अधिवक्ता अधिवक्ता अभयनाथ यादव का रविवार की रात निधन हो गया। इस बाबत वकील मदन मोहन ने बताया कि उन्हें हृदयाघात हुआ था, इसकी जानकारी होने पर स्वजनों व वकील साथी उन्हें चौका घाट आवास से खजूरी स्थित शुभम हॉस्पिटल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। अभय नाथ यादव मस्जिद पक्ष की ओर से प्रमुख वकील थे। इस मामले में अपनी जोरदार दलीलें सुनवाई न करने के पक्ष में दे रहे थे
ज्ञानवापी मस्जिद के पक्ष में अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी की तरफ से अभयनाथ यादव अभी तक प्रमुख वकील के तौर पर अदालत पेश होते और जिरह करते नजर आते रहे हैं। उनके निधन से मस्जिद पक्ष को बड़ा झटका लगा है। ऐसे मे अब केस को समझने और रणनीति बनाने के लिए नए सिरे से कानूनी दांव पेच मुस्लिम पक्ष को अपनाना पड़ेगा। हालांकि, उनके निधन के बाद से अंजुमन इंंतजामिया मसाजिद कमेटी की ओर से सुबह तक कोई वक्तव्य जारी नहीं किया गया था।
मस्जिद पक्ष के वकील अभय नाथ यादव का निधन होने की जानकारी होने के बाद उनके घर और अस्पताल में भी अधिवक्ताओं की भीड़ लगी रही। अब ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी प्रकरण में चार अगस्त को सुनवाई होनी है। अदालत में वादी पक्ष की बातें पूरी होने के बाद मुस्लिम पक्ष की ओर से अभय नाथ यादव इन दिनों मस्जिद पक्ष की ओर से आपत्ति दाखिल करने की तैयारी कर रहे थे। हाल ही में उनकी बेटी की शादी हुई थी, पारिवारिक दायित्वों से मुक्त होकर वह दोबारा अदालत की कार्रवाई में सक्रिय हुए थे।
चर्चा में रहीं दलीलें और सुनवाई : नागरिक प्रक्रिया संहिता सीपीसी के आदेश 7 नियम 11 के तहत यह मुकदमा सुनने योग्य है अथवा नहीं इस मामले में अभयनाथ यादव मुस्लिम पक्ष की ओर से अदालत में जिरह कर रहे थे। गर्मी की छुट्टियों के बाद वाराणसी के ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी मामले में वाराणसी जिला जज अजय कृष्ण विश्वेश की कोर्ट में सुनवाई इन दिनों चल रही है। मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव की ओर से हिंदू पक्ष द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सुनवाई किए जाने की मांग के विरोध में 52 बिंदुओं को लेकर बहस कर चर्चा में आए थे। इसके बाद हिंदू पक्ष के अधिवक्ता ने सुनवाई किए जाने के पक्ष में अपने तर्क रखे थे। अब उसी के विरोध में इन दिनों वह तैयारी कर रहे थे जिसकी चार अगस्त को अदालत में दोबारा सुनावाई होनी थी।