उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ठगी का एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. जिले की क्राइम ब्रांच ने ऐसे गैंग का खुलासा किया है जो मात्र चौथी-पांचवी पढ़े होने के बावजूद विदेशों में बैठे लोगों से ठगी करके उन्हें करोड़ों रुपए की चपत लगा चुका था. पुलिस ने ठगी का खुलासा करते हुए गैंग में शामिल 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आइये आपको बताते हैं ये गैंग कैसे सीधे-साधे लोगों को ठगी का शिकार बनाता था.
गाजियाबाद की क्राइम ब्रांच ने कॉल सेंटर पर कार्रवाई करते हुए 9 लोगों को गिरफ्तार किया. सभी आरोपी पूरी प्लानिंग के साथ पहले अमेरिका के लोगों का डेटा इकट्ठा करते थे. उसके बाद ईमेल और अन्य माध्यमों के ऐड द्वारा उन तक अपने वर्चुअल नंबर भेजा करते थे. जिसमें उनकी दैनिक समस्याओं के निपटारे के लिए सर्विस उपलब्ध कराने की बात कही जाती थी.
जिसके बाद अमेरिकी नागरिक इनके दिए हुए नंबर पर कॉल करते. जिस पर एग्जिट कॉल सेंटर में बैठे लोग मैनेजर का नंबर प्रोवाइड करा देते. फिर मैनेजर उनके मोबाइल में अलग-अलग तरीके की ऐप डाउनलोड करने के लिए कहता था. उन ऐप की परमिशन से मोबाइल और खातों की डिटेल में एक्सेस ले लिया करते थे. जिसके बाद उनके अकाउंट खाली कर दिया करते थे.
डीसीपी क्राइम ज्ञानेंद्र के मुताबिक अमेरिकन कस्टमर की डिटेल पाकर और ऐप व अन्य माध्यमों से मोबाइल में डेटा एक्सेस की परमिशन ले लिया करते थे. जिसके बाद कस्टमर की अकाउंट डिटेल और अन्य आवश्यक जानकारी इन तक पहुंच जाती थी. जिसके बाद यह अकाउंट से पैसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया करते थे. इस गैंग का मेन अकाउंट चीन में वर्चुअल रूप से ऑपरेटेड था. जहां से यह विभिन्न माध्यम के रूप में कैश मंगाते थे और उससे कॉल सेंटर के खर्चे आदि में उपयोग में लाते थे. अब पुलिस इनके मास्टरमाइंड की भी तलाश कर रही है. पुलिस के अनुसार यह अब तक करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके हैं और हजारों से अधिक लोगों को चूना लगा चुके हैं. पकड़े गए सभी आरोपी बड़ी शातिर तरीके से ट्रेनिंग के माध्यम से अमेरिकन कस्टमर से बात किया करते थे.