ज्योतिष शास्त्र में समय-समय पर ग्रहों का राशि परिवर्तन सभी 12 राशियों के जीवन पर प्रभाव डालता है.एक राशि का दूसरी राशि में प्रवेश गोचर कहलाता है. इस गोचर का शुभ और अशुभ प्रभाव सभी राशियों पर देखा जा सकता है. किसी के लिए ये गोचर लकी साबित होता है, तो किसी के लिए अनलकी. मंगल ग्रह ने 27 जून को मेष राशि में प्रवेश किया था और 10 अगस्त तक इसी राशि में विराजमान रहने वाले हैं. इन 3 राशियों पर मंगल गोचर का विशेष रूप से प्रभाव दिखने वाला है. आइए जानें.
मिथुन राशि- मंगल गोचर इस राशि की कुंडली से 11वें भाव में हो रहा है, जिसे आय और लाभ का भाव माना जाता है. इस दौरान इनकम में अच्छी बढ़ोतरी होने की संभावना है. वहीं, व्यापार में भी अच्छा धनलाभ होगा. मंगल गोचर से आपके आर्थिक पक्षमें मजबूती आएगी. मंगल गोचर के दौरान काम करने की शैली में भी निखार देखने को मिलेगा. इस अवधि में बॉस का सहयोग प्राप्त होगा. बता दें कि मिथुन राशि के सप्तम स्थान का स्वामी ग्रह मंगल है इसलिए जीवनसाथी का सपोर्ट मिल सकता है. इन लोगों को पन्ना रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है.
कर्क राशि- मंगल गोचर कर्क राशि की गोचर कुंडली के दशम भाव में हुआ है. इसे कार्यक्षेत्र और जॉब का भाव माना जाता है. इस अवधि में नई नौकरी का प्रस्ताव मिल सकता है. जॉब में पदोन्नती की संभावना है. अगर कारोबार में विस्तार चाहते हैं, तो ये समय अनुकूल है. मंगल गोचर में प्रापर्टी और वाहन के लेन- देन में भी अच्छा धनलाभ होगा. व्यापार में कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है. इस दौरान एक मोती रत्न धारण अनुकूल साबित होगा.
सिंह राशि- आपकी राशि की गोचर कुंडली के नवम भाव में गोचर होगा. इसे भाग्य और विदेश यात्रा का भाव माना जाता है. इस अवधि में भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. वहीं, बहुत दिनों से अटके काम बनते हुए दिखाई देंगे. इस दौरान व्यापार के सिलसिले में यात्रा के योग बन रहे हैं, जिसका भविष्य में लाभ मिल सकता है. प्रतियोगी परिक्षा की तैयारी कर रहे लोगों को भी भाग्य का पूरा साथ मिलेगा. इस राशि के लोग विशेष लाभ के लिए मूंगा रत्न धारण कर सकते हैं.