पंचांग के अनुसार आज 26 मार्च 2023, रविवार के दिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि है। आज चैत्र नवरात्रि का पांचवां दिन है और आज के दिन देवी स्कंदमाता की उपासना का विधान है। आज के दिन शुभ मुहूर्त में देवी की उपासना करने से साधक का भाग्य खुल जाते हैं। साथ ही आज मृत्यु और अग्नि बाण का निर्माण हो रहा है, जिसमें व्यक्ति को सतर्क रहने की आवश्यकता है। आइए पंचांग से जानते हैं सूर्योदय का समय, शुभ मुहूर्त और राहुकाल की अवधि।
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि समाप्त- 26 मार्च, रविवार को दोपहर 03 बजकर 02 पर
चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि प्रारंभ- 26 मार्च, रविवार को दोपहर 03 बजकर 02 से
कृत्तिका नक्षत्र- दोपहर 12 बजकर 31 मिनट तक
प्रीति योग- रात्रि 10 बजकर 03 मिनट तक
रवि योग- दोपहर 12 बजकर 31 मिनट से 27 मार्च सुबह 06 बजकर 07 मिनट तक
विशेष- चैत्र नवरात्रि देवी स्कंदमाता पूजा
चैत्र नवरात्रि के पांचवें दिन देवी स्कंदमाता की उपासना की जाती है। शास्त्रों में बताया गया है कि देवी स्कंदमाता की उपासना करने से भक्तों को विशेष लाभ मिलता है। साथ ही आज के दिन देवी की विधिवत उपासना करने से साधक को सन्तान प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। देवी स्कंदमाता सिंह की सवारी करती हैं और इनका आसन कमल है।
ब्रह्म मुहूर्त- सुबह 04 बजकर 40 मिनट से सुबह 05 बजकर 27 मिनट तक
विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 16 मिनट से दोपहर 03 बजकर 04 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त- शाम 06 बजकर 14 मिनट से शाम 06 बजकर 38 मिनट तक
अमृत काल- सुबह 10 बजकर 03 मिनट से सुबह 11 बजकर 42 मिनट तक
राहुकाल- शाम 04 बजकर 46 मिनट से शाम 06 बजकर 16 मिनट तक
यमगंड काल- दोपहर 03 बजकर 16 मिनट से संध्या 04 बजकर 46 मिनट तक
बाण- सुबह 06 बजकर 50 मिनट तक(मृत्यु)
सुबह 06 बजकर 50 मिनट से पूर्ण रात्रि(अग्नि)
सूर्योदय- सुबह 06 बजकर 15 मिनट से
सूर्यास्त- शाम 06 बजकर 17 मिनट पर
चंद्रोदय- सुबह 09 बजकर 37 मिनट से
चन्द्रास्त- रात्रि 08 बजकर 58 मिनट पर