24 सितंबर, 2022 शनिवार: आज आश्विन माह कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी है। पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र है। सूर्य की कन्या राशि में है। महालक्ष्मी व्रत का उद्यापन है। आज हनुमान जी का पावन व्रत है। भगवान विष्णु जी की उपासना के साथ माता लक्ष्मी जी की पूजा भी करें। आज श्री सूक्त के पाठ करने का बहुत सुंदर अवसर है। मंदिर में विष्णु जी का दर्शन करें। श्री रामचरितमानस का पाठ करें। गीता के पाठ का आज बहुत महत्व है। सूर्योदय में सूर्य को जल व लाल रोली, चावल व पुष्प से जल दें व शिवपूजा के लिए मंदिर में भगवान शिव को दुग्ध, गंगाजल व शहद से रुद्राभिषेक करें व उनको बेल पत्र अर्पित करें। आज कई तांत्रिक उपासना होती है। इस समय त्रिपिंडी श्राद्ध के लिए भी बेहतर तिथि है। आज माता काली जी की स्तुति करें। आज दान का बहुत महत्व व पुण्य है। आज पुण्य संचय करने का महान दिवस है। शनिवार की रात्रि में माता काली उपासना व व्रत का अनन्त पुण्य है।
प्रातःकाल पंचांग का दर्शन, अध्ययन व मनन आवश्यक है। शुभ व अशुभ समय का ज्ञान भी इसी से होता है। अभिजीत मुहूर्त का समय सबसे बेहतर होता है। इस शुभ समय में कोई भी कार्य प्रारंभ कर सकते हैं। विजय व गोधुली मुहूर्त भी बहुत ही सुंदर होता है। राहुकाल में कोई भी कार्य या यात्रा आरम्भ नहीं करना चाहिए।
दिवस- शनिवार
माह- आश्विन, कृष्ण पक्ष
तिथि- चतुर्दशी
सूर्योदय- 06:14 am
सूर्यास्त- 06:11 pm
नक्षत्र- पूर्वाफाल्गुनी
सूर्य राशि- कन्या
चन्द्र राशि- सिंह
करण- विष्टि
योग- साध्य
24 सितंबर 2022 का अभिजीत मुहूर्च- 11:53 am से 12:45 pm तक
24 सितंबर 2022 का विजय मुहूर्त- 02:31 pm से 03:26 pm तक
24 सितंबर 2022 का गोधुली मुहूर्त- 06:41 pm से 07:06 pm तक
राहुकाल- प्रातःकाल 09 बजे से 10:30 बजे तक