हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार किसी शख्स की भाग्य रेखा हथेली की शुरुआत से शुरू होकर उसके मध्यमा अंगुली तक जाती है. भाग्य रेखा मणिबंध रेखा से शुरू होकर मध्यमा अंगुली तक जाती है यह रेखा बेहद शुभ मानी जाती है. अगर किसी की भाग्य रेखा मणिबंध रेखा से निकल कर सीधे शनि पर्वत तक पंहुचती है तो भी यह बेहद शुभ माना जाता है.
आपके बता दें कि मध्यमा अंगुली के उभरे हुए भाग को शनि पर्वत कहते हैं. जिन लोगों के हाथों में ऐसी रेखाएं होती हैं, उनको कई जगहों से धन की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही इनका भाग्य विवाह के बाद चमकने लगता है.
हस्तरेखा शास्त्रों के जानकार बताते हैं कि अगर किसी की भाग्य रेखा चंद्र पर्वत से निकलती है तो उसके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ सकती हैं लेकिन इनके शादी के बाद इनकी किस्मत का बंद ताला खुल जाता है. इनका पार्टनर इनके लिए काफी लकी साबित होता है. शादी के बाद ये आलीशान जिंदगी बिताते हैं. इनके जीवन में आगे कोई दुख नहीं आता है. इसके साथ ही ये लोग अपने जीवन में धन कमाने के कई रास्ते खोज लेते हैं.
Note : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है.