हस्तरेखा शास्त्र में रेखाओं, आकृतियों, निशानों की स्थिति के आधार पर व्यक्ति का स्वभाव-व्यवहार और भविष्य आदि की गणना की जाती है. हाथ की रेखाओं के जरिए जाना जा सकता है व्यक्ति कैसा जीवन जिएगा. मसलन, उसकी आर्थिक स्थिति, करियर, दांपत्य जीवन, ख्याति, परिवार, सेहत आदि कैसी रहेगी. उसे मेहनत का पूरा फल मिलेगा या नहीं.
इन रेखाओं की खास स्थिति चमकाती है किस्मत
हस्तरेखा शास्त्र में कुछ रेखाओं को बहुत अहम माना गया है. ये रेखाएं हैं- हृदय रेखा (heart line), जीवन रेखा (life line), विवाह रेखा (marriage line) और भाग्य रेखा (fate line). इन रेखाओं की स्थिति से ही पता चलता है कि वे शुभ फल देंगी या अशुभ. अव्वल तो हर किसी के हाथ में ये सारी रेखाएं होती नहीं हैं और जिन लोगों के हाथ में हों, साथ ही शुभ स्थिति में हों, ऐसा कम ही होता है. आज हम भाग्य रेखा की बात करते हैं जो बहुत कम लोगों के हाथ में होती है. साथ ही जिन लोगों के हाथ में शुभ स्थिति में होती है, उन्हें जीवन का हर सुख देती है.
ऐसी भाग्य रेखा चमका देती है किस्मत
ऐसी रेखा जो हथेली के निचले हिस्से से मध्यमा उंगली के नीचे शनि पर्वत तक आए, उसे भाग्य रेखा कहते हैं. यदि रेखा मणिबंध से शुरू होकर सीधे शनि पर्वत तक जाए या मध्यमा उंगली के मूल में जाकर मिले, उसे बहुत शुभ माना जाता है. यदि यह रेखा कटी-फटी न हो और गहरी हो तो व्यक्ति अपने जीवन में न केवल अपार धन-दौलत बल्कि ऊंचा पद और खूब मान-सम्मान भी पाता है. ऐसे लोग जिस भी क्षेत्र में जाएं, वे अपनी अलग पहचान बनाते हैं.
- यदि भाग्य रेखा चंद्रमा के क्षेत्र से प्रारम्भ होकर शनि पर्वत तक जाए तो व्यक्ति को हर काम में सफलता मिलती है. ऐसे लोग अपने जीवन में खूब मान-सम्मान पाते हैं और हर व्यक्ति को सम्मान देते भी हैं. इसलिए ऐसे जातक लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय होते हैं.
- वहीं जिन लोगों की भाग्य रेखा जीवन रेखा से शुरू होकर शनि पर्वत तक जाए, वे अपने जीवन में कभी पैसों की कमी नहीं झेलते. इन लोगों के पास हमेशा खूब पैसा रहता है और वे बेहद समृद्ध जीवन जीते हैं.