हिंदू धर्म में देवी-देवताओं की पूजा का विशेष महत्व है. कहते हैं कि उनका आशीर्वाद पाने के लिए और वातावरण को सकारात्मक करने के लिए पूजा के दौरान दीपक जलाया जाता है. अक्सर देखा जाता है कि लोग पीतल, स्टील या फिर मिट्टी के दीपक का प्रयोग करते हैं. वहीं, ज्योतिष शास्त्र में आटे के दीपक का भी विशेष महत्व बताया गया है.
ज्योतिष शास्त्र में आटे के दीपक को शुद्ध और पवित्र माना गया है. ऐसा माना जाता है कि देवी-देवताओं के सम्मुख आटे का दीप जलाने से व्यक्ति की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. ज्योतिष शास्त्र में हर एक समस्या के लिए आटे का दीपक प्रज्वलित करना चाहिए, इससे जल्दी असर दिखता है. साथ ही, उस समस्या से छुटकारा पाने में मदद मिलती है.
गेंहू के आटे का दीपक
अगर आप किसी तरह के वाद-विवाद में पड़े हैं, तो इससे छुटकारा पाने के लिए गेंहू के आटे का दीपक बनाकर मंदिर में प्रज्वलित कर लें.
उड़द के आटे का दीपक
अगर आप शत्रु को पराजित करना चाहते हैं और विजय पाना चाहते हैं, तो आपको उड़द के आटे के दीप प्रज्वलित करने से विशेष लाभ होगा.
मूंग के आटे का दीपक
घर में अगर कलह-क्लेश बना हुआ है और आप शांति बनाए रखना चाहते हैं, तो इसके लिए ज्योतिष शास्त्र में मूंग के आटे के दीपक के बारे में बताया गया है. इससे घर में शांति का माहौल बना रहेगा.
जानें दीप जलाने के नियम
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आटे की दीपक घटते या फिर बढ़ते क्रम में प्रज्वलित किए जाते हैं. ज्योतिष के अनुसार आटे के दीपक को 11 दिन, 21 दिन और 31 दिन इस क्रम में प्रज्वलित किए जाते हैं. 1 दीपक शुरू कर 11 दीपक तक जलाए जाते हैं. हर दिन एक-एक दिया बढ़ाता जाता है और 11 होने के बाद फिर एक-एक करके घटाया जाता है.