गुजरात टाइटंस ने कप्तान हार्दिक पांड्या की अगुवाई में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए राजस्थान रॉयल्स को फाइनल में 9 विकेट पर 130 रन पर रोक दिया. हार्दिक पांड्या ने 4 ओवरों में सिर्फ 17 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि अफगानिस्तान के लेग स्पिनर राशिद खान ने बेहद किफायती गेंदबाजी करते हुए 4 ओवर में सिर्फ 18 रन देकर एक विकेट लिया.
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया, हालांकि उनका कोई भी बल्लेबाज टिककर खेल नहीं सका. वहीं, अपने घरेलू मैदान पर एक लाख से अधिक दर्शकों के सामने गुजरात के गेंदबाजों ने उन पर दबाव बना दिया. जोस बटलर (35 गेंद में 39) और यशस्वी जायसवाल (16 गेंद में 22 रन) के बल्ले से ही कुछ रन निकल सके. मोहम्मद शमी की रफ्तार और स्विंग के आगे सहज होकर नहीं खेल पा रहे जायसवाल ने जोखिम लेने में कसर नहीं छोड़ी. उन्होंने शमी को कवर में छक्का जड़ा और यश दयाल को लांग लेग पर छक्का लगाया. अधिक ऊंचे शॉट खेलने के प्रयास में वह डीप में कैच दे बैठे.
आरेंज कैपधारी बटलर और सैमसन अब क्रीज पर थे. राशिद खान के खिलाफ दोनों को होने वाली असुविधा को ध्यान में रखकर हार्दिक ने पावरप्ले में ही इस अनुभवी स्पिनर को गेंद सौंप दी. बटलर और सैमसन ने राशिद को संभलकर खेला और पावरप्ले में स्कोर एक विकेट पर 44 रन था. फॉर्म में चल रहे बटलर ने लॉकी फर्ग्युसन को लगातार दो चौके लगाए. सैमसन को हार्दिक ने अपनी दूसरी ही गेंद पर पवेलियन भेज दिया. उन्हें पूल शॉट खेलने के प्रयास में सैमसन ऑफ साइड में कैच दे बैठे. देवदत्त पडिक्कल ने खाता खोलने में आठ गेंदें ली और दो रन बनाकर लौट गए.
इसके तीन गेंद बाद बटलर भी अपना विकेट गंवा बैठे. पडिक्कल को राशिद ने और बटलर को हार्दिक ने रवाना किया. हार्दिक ने शिमरोन हेटमायेर को भी पवेलियन भेजा और अब राजस्थान का स्कोर पांच विकेट पर 94 रन था. रविचंद्रन अश्विन के आउट होते ही राजस्थान की वापसी की उम्मीदें खत्म हो गई. शमी ने बेहतरीन यॉर्कर पर रियान पराग को आउट किया.