13 नंबर को अशुभ माना जाता है इसलिए कोई भी ऐसा काम नहीं किया जाता है, जिसमें 13 का आंकड़ा जुड़ा हो. जैसे होटल में 13 नंबर का कमरा, बिल्डिंग में 13 नंबर का फ्लोर, गाड़ी का नंबर 13 न रखना आदि. लोग 13 नंबर से डरते हैं. वे ऐसी कोई चीज ना तो लेना चाहते हैं और ना ही उपयोग करना चाहते हैं, जिसका संबंध 13 से हो. लोग 13 को अनलकी नंबर मानते हैं. हालांकि बहुत कम ही लोग इसके पीछे की वजह जानते हैं कि 13 नंबर को क्यों अनलकी माना जाता है.
दरअसल, 13 नंबर के अशुभ होने का मामला ईसाईयों के भगवान ईसा मसीह से जुड़ा हुआ है. खबरों के मुताबिक ईसा मसीह के साथ एक शख्स ने बड़ा विश्वासघात किया था. उस दिन 13 तारीख थी और उस शख्स ने 13वें नंबर की कुर्सी पर बैठकर ईसा मसीह के साथ भोजन किया था. इसलिए लोग तब से ही 13 को अनलकी मानने लगे. इसलिए लोग 13 नंबर से जुड़ी चीजों से दूरी बना लेते हैं.
13 नंबर से लोगों का डर इतना ज्यादा है कि इससे जुड़े एक से एक रोचक किस्से भारत में ही देखने को मिल सकते हैं. उदाहरण के लिए -
- भारत के मशहूर शहर चंडीगढ़ को सेक्टर्स में बांटा गया है लेकिन इस शहर में सेक्टर 13 नहीं बनाया गया है. इस शहर को एक विदेशी आर्किटेक्ट ने डिजाइन किया था और चूंकि वह 13 को अशुभ मानता था इसलिए उसने 13 नंबर को स्किप कर दिया. यहां सेक्टर 12 और सेक्टर 14 हैं लेकिन इसके बीच का नंबर सेक्टर 13 गायब है.
- कई होटलों में रूम नंबर 13 या फ्लोर नंबर 13 नहीं होता है. इसी तरह रेसिडेंशियल-कमर्शियल बिल्डिंग में भी 13वें नंबर के फ्लोर को 14 नंबर नाम दे दिया जाता है. 13 नंबर से बचने के लिए ऐसा किया जाता है.
- कई पश्चिमी देशों में लोग ऐसे शुक्रवार को यात्रा नहीं करते हैं, जिसमें 13 तारीख पड़ रही हो. उन्हें डर होता है कि ऐसा करने से कोई अशुभ घटना हो सकती है.
वहीं डॉक्टर इसे महज एक इंसानी डर बनाते हैं और 13 नंबर से बचने की कोशिश को ट्रिस्काइडेकाफोबिया (Triskaidekaphobia) या थर्टीन डिजिट फोबिया (13 Digit Phobia) कहते हैं.