आज 27 सितंबर दिन मंगलवार है. आज आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है. कल से शारदीय नवरात्रि पर्व की शुरुआत हो चुकी है. आज नवरात्रि का दूसरा दिन है. आज के दिन मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है. इन्हें त्याग और संयम का प्रतीक माना गया है. शिवजी को पति के रूप में पाने के लिए देवी ब्रह्मचारिणी ने कठिन तप किया था. हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत अधिक महत्व है. यदि आप आज मां ब्रह्मचारिणी की पूजा-आराधना और व्रत रख रहे हैं, तो सबुह उठकर सबसे पहले स्नान ध्यान से निवृत्त हो जाएं. लाल रंग के वस्त्र धारण करें. उसके बाद मां ब्रह्मचारिणी की तस्वीर या मूर्ति को पूजा स्थल पर रखें. लाल रंग के फूल, धूप, अक्षत, रोली, हल्दी आदि चढ़ाएं. घी का दीपक जलाएं. आप चीनी, मिश्री, पंचामृत, सेब, सुपारी, पान का पत्ता आदि से भोग लगाएं. अब देवी के मंत्रों का जाप करें, कथा पढ़ें और आखिरी में आरती करें. मान्यता है कि जो व्यक्ति मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करता है, उसके सभी कार्य सफल होते हैं. उद्देश्यों की पूर्ति होती है. भक्तों को बल, संबल, शत्रुओं का सामने करने की शक्ति और ताकत मिलती है.