जिंदगी में हर कोई सुख-समृद्धि की कामना करता है. इसके लिए वह दिन-रात भागता रहता है. इसके बावजूद सब लोगों को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद नहीं मिल पाता. आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने अपनी पुस्तक नीति शास्त्र यानी चाणक्य नीति (Chanakya Niti) में उन 4 गलतियों का वर्णन किया गया है, जिससे मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं और वह इंसान देखते ही देखते कंगाल हो जाता है. आइए जान लेते हैं कि वे 4 गलतियां कौन सी हैं, जिन्हें हमें कभी नहीं करना चाहिए.
बुजुर्गों और महिलाओं का निरादर करने वाले
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) कहते हैं कि जो लोग महिलाओं, विद्वानों और बुजुर्गों का निरादर करते हैं, उनके घर पर कभी भी मां लक्ष्मी अपना वास नहीं करती. अपने माता-पिता के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाले, घर में हमेशा कलह करने वाले लोग भी हमेशा धन के लिए तरसते रहते हैं. उनका सुख-चैन और धन सब खत्म हो जाता है.
समय का मोल न पहचानने वाले
चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के अनुसार जो लोग समय की कद्र नहीं करते, समय उनकी कद्र नहीं करता. ऐसे लोगों को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद कभी नहीं मिल पाता और उनका पूरा जीवन गरीबी और आर्थिक तंगी में गुजरता है. जो लोग व्यर्थ के कामों में अपना समय बर्बाद करते हैं, उनके पास भी मां लक्ष्मी कभी नहीं टिकती और वे देखते ही देखते दरिद्र हो जाते हैं.
बुरी आदतें में लिप्त रहने वाले
जो लोग नशे, जुआ, छल-कपट, चोरी-डकैती जैसी बुरी आदतों में लिप्त रहते हैं, वे भी हमेशा निर्धनता का दंश सहने को मजबूर होते हैं. ऐसे लोगों के पास कभी नया धन नहीं आता है और जो पहले से मां-बाप ने जोड़कर रखा हो, वह भी छिन जाता है. ऐसे लोग हमेशा पाई-पाई के लिए तरसते हैं और समाज में तिरस्कार का शिकार होते हैं.
धन की कद्र न करने वाले
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) कहते हैं कि जहां पर धन की कद्र नहीं होती, वहीं पर गरीबी अपने आप खिंची चली आती है. ऐसे लोग अनाप-शनाप चीजों में पैसा बर्बाद कर अपनी कंगाली का रास्ता खुद चुन लेते हैं. इस प्रकार के अपव्ययी लोगों को मां लक्ष्मी का आशीर्वाद कभी नहीं मिलता. जो लोग अपने धन को दान, सेवा जैसे कार्यों में लगाते हैं, उन्हें मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा मिलता है.