कनखजूरा एक तरह का कीड़ा होता है जो बारिश के मौसम में अधिकतर घरों में निकलता है। लेकिन कई घरों में ये किसी भी मौसम में निकल आते हैं। आमतौर पर कनखजूरा को देखकर लोग डर जाते हैं लेकिन वास्तु के हिसाब से कनखजूरा सौभाग्य और दुर्भाग्य का संकेत दे सकता है। बता दें कि कनखजूरा को राहु का प्रतीक माना जाता है। इसलिए अगर घर में कभी निकले, तो इसे मारे नहीं बल्कि घर के बाहर फेंक आएं। क्योंकि कनखजूरा को मारने से कुंडली में राहु की स्थिति कमजोर हो जाती है। जानिए घर में किस तरह से कनखजूरा दिखने शुभ या अशुभ है।
वास्तु के हिसाब से अगर कनखजूरा घर की फर्श में रेंगता हुआ नजर आ जाए, तो समझ लें कि घर में वास्तु दोष है। ऐसे में इसे उठाकर घर के बाहर उठाकर फेंक दें।
अगर कनखजूरा किचन में दिख जाए, तो वहां का वास्तु खराब है। ऐसे में घर के सदस्यों की सेहत पर बुरा असर पड़ेगा।
वास्तु के हिसाब से अगर, कनखजूरा मुख्य द्वार की दहलीज, शौचालय या फिर सीढ़ियों में रंगता हुआ दिख जाए, तो समझ लें कि आपकी कुंडली में राहु कमजोर है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कनखजूरा अगर सिर पर चढ़ जाए, तो इसे भी राहु कमजोर होने का प्रतीक माना जाता है। आने वाले समय में आप किसी बीमारी से भी ग्रस्त हो सकते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, कनखजूरा दुर्भाग्य के साथ-साथ सौभाग्य का भी संकेत है। अगर आपके पूजा घर में कनखजूरा रेंगता हुआ दिख जाए, तो यह सौभाग्य का संकेत है।
अगर कनखजूरा आपको घर में रंगता हुए दिखे और फिर अचानक से गायब हो जाए, तो समझ लें कि आपका कोई जरूर काम पूरा होने वाला है।
वास्तु के हिसाब से अगर कनखजूरा घर के मुख्य द्वार से बाहर जाते हुए नजर आए, तो समझ लें कि वह अपने साथ घर की हर समस्या को लेकर जा रहा है। वहीं अगर अंदर की ओर आते दिखे, तो वह परेशानियां घर लेकर आ रहा है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, अगर घर की फर्श में कनखजूरा मरा हुआ मिलता है, तो इसका मतलब है कि आपके घर कोई बड़ी विपदा आने वाली थी वह टल गई है।