बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है. इस दिन गणपति की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना करने से भक्तों के सभी विघ्न दूर हो जाते हैं. और मनचाही मुरादें पूरी होती हैं. ऐसी मान्यता है कि जिस घर में विधि-विधान के साथ गणेश जी की पूजा की जाती है, वहां किसी कार्य में रुकावट नहीं आती.
गणपति की नियमित रूप से पूजा करने से घर में रिद्धि-सिद्धि का वास होता है. बुधवार के दिन की गई गणपति की पूजा जीवन से सभी बाधाओं का नाश करती है. इस दौरान अगर कुछ महाउपाय कर लिए जाएं, तो गणेश जी जल्द प्रसन्न होकर भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं. आइए जानते हैं इन महाउपायों के बारे में.
शास्त्रों में उल्लेख है कि गणपति को जल्द प्रसन्न करने के लिए उनके मस्तक पर दूर्वा अर्पित करें. ऐसा माना जाता है कि उन्हें दूर्वा घास बेहद प्रिय है. और उन्हें ये अर्पित करते ही वे प्रसन्न हो जाते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. शास्त्रों में दूर्वा को अमृत के सामान माना गया है. इसे अर्पित करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं.
धार्मिक मान्यता है कि बुधवार के दिन गणेश जी को शमी के पौधे की पत्तियां अर्पित करनी चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है और गणेश जी की कृपा प्राप्त होती है. ऐसा माना जाता है कि अगर गणेश जी की पूजा शमी से की जाए, तो भक्तों को कभी हार का सामना नहीं करना पड़ता.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अक्षत के बिना गणेश जी की पूजा अधूरी मानी जाती है. अक्षत उस चावल को कहा जाता है, जो साबुत होता है. कहीं से टूटा नहीं होता. पूजा में अक्षत का प्रयोग करने पर गणेश जी जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों पर कृपा बरसाते हैं.
मान्यता है कि गणेश जी को पूजा के दौरान उनकी प्रिय चीज का भोग लगाया जाए, तो वे शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं. इसलिए बुधवार के दिन गणेश जी को लड्डू, मोदक का भोग लगाएं. इससे गणपति प्रसन्न होकर भक्तों का बेड़ा पार करेंगे और हर कार्य में सफलता मिलेगी.