शनि को न्याय का देवता भी कहा जाता है. ग्रहों में उनको न्यायाधीश कहा जाता है. शनि ने अप्रेल में राशी परिवर्तन करके कुम्भ राशी में गोचर किया है. लेकिन अब एक बुरी खबर आ रही है. शनि उसी राशी में वक्री हो रहे है. वक्री होने से उनका असर सभी राशियो पर देखनेको मिलेगा.
12 जुलाई तक शनि कुम्भ राशी में रहने वाले है. कुम्भ राशी में रहकर जुलाई महीने में 141 दिन के लिए वक्री रहेंगे. शनि देव का वक्री होना कुछ राशियो के लिए बुरा वक्त शुरू होने जैसा है. शनि अक्तूबर तक वक्री रहने वाले है. इस समय में शनि की वक्री से बचना है तो शनि देव की आराधना करे.
मेष राशी: शनि वक्री होने से मेष राशी के जातको के काम भी विपरीत होना शूरू हो जायेंगे. आपके बनते काम बिगड़ सकते है. इस समय में आपको बहोत संभलकर काम करना होगा. इस समय में आपको स्वास्थ सबंधी परेशानी महेसुस हो सकती है. आपको शनि देव के मंत्रो का जाप करना चाहिए.
कर्क राशी: इस समय आपको कर्मो के हिसाब से फल मिलेंगे. अगर आप पैसो से सबंधी कार्य कर रहे है तो आपको बहोत ही सोच समज कर फैसला लेना चाहिए. इस समय में अगर आपको परेशानी जेले बिना रहना है तो इस समय में आपको भलाई के कार्य करने होंगे.
सिंह राशी: यह समय आपके स्वभाव में परिवर्तन लाएगा. इस समय में आपको सोच समज कर व्यवहार करना चाहिए. स्वभाव में परिवर्तन के कारण आप किसीसे सीधे मुह बाट भी नहीं करेंगे. आपकी वजह से परिवार में कलह भी हो सकता है तो सबसे प्यार से बात करने का प्रयास करे.
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)